गुरुवार, 30 जनवरी 2025
  • Webdunia Deals
  1. खबर-संसार
  2. समाचार
  3. राष्ट्रीय
  4. Madhya Pradesh government on Farmers movement
Written By
Last Updated :नई दिल्ली , शुक्रवार, 9 जून 2017 (09:41 IST)

किसान आंदोलन : सात जिलों में फैली हिंसा, केंद्र से क्या बोलीं मध्यप्रदेश सरकार...

किसान आंदोलन : सात जिलों में फैली हिंसा, केंद्र से क्या बोलीं मध्यप्रदेश सरकार... - Madhya Pradesh government on Farmers movement
नई दिल्ली। मध्यप्रदेश सरकार ने केंद्र से कहा कि मंदसौर में पुलिस फायरिंग में 5 किसान मारे गए और कृषि कर्जमाफी की मांग को लेकर चल रहा हिंसक प्रदर्शन 7 जिलों तक फैल गया। इस बाबत प्रदेश ने गृह मंत्रालय को रिपोर्ट दी। वहीं दिल्ली की सत्ताधारी आम आदमी पार्टी का एक प्रतिनिधिमंडल आज मंदसौर दौरे पर जा रहा है। पार्टी का कहना है कि 10 जून से वे किसानों के हक में देश भर में प्रदर्शन करेंगे।
 
राज्य के यह बताने के साथ ही कि किसान पुलिस फायरिंग में मारे गए हैं, यह भ्रम खत्म हो गया कि प्रदर्शनकारियों पर गोलियां किसने चलाई थीं। मध्यप्रदेश सरकार ने शुरुआत में दावा किया था कि आंदोलनरत किसानों पर पुलिस ने गोलियां नहीं चलाई।
 
राज्य सरकार ने गृह मंत्रालय को सूचित किया कि हिंसक प्रदर्शन, जो मंदसौर से शुरू हुए थे वे पड़ोसी 7 जिलों- धार, झाबुआ, नीमच, रतलाम, देवास, शाजापुर और सीहोर तक फैल गए।
 
गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि तथ्यात्मक रिपोर्ट के मुताबिक राज्य सरकार शांति को बनाए रखने और प्रभावित इलाकों में सामान्य हालात बनाने की खातिर हरसंभव कदम उठा रही है।
 
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी को मंदसौर जाते वक्त पुलिस ने हिरासत में ले लिया ताकि हिंसा और तेज न हो जाए। राज्य सरकार ने कहा कि प्रदर्शनकारी किसानों ने मंगलवार को महू-नीमच राजमार्ग पर कथित तौर पर 25 ट्रकों और पुलिस की 2 वैन को आग लगा दी।
 
रिपोर्ट में कहा गया कि पुलिस ने लाठीचार्ज कर और फिर आंसू गैस के गोले छोड़ भीड़ को नियंत्रित करने की कोशिश की, लेकिन जब किसानों ने हिंसा जारी रखी, आगजनी, तोड़फोड़ और सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाना जारी रखा तो पुलिस ने उन पर गोलियां चलाईं जिसमें 5 किसानों की मौत हो गई और 8 अन्य घायल हो गए। 
 
मध्यप्रदेश के गृहमंत्री भूपेंद्र सिंह ने भी बताया कि 5 किसान पुलिस की फायरिंग में मारे गए हैं। हालात की तथ्यपरक रिपोर्ट में राज्य सरकार ने गृह मंत्रालय से कहा है कि मंगलवार की घटना के बाद कथित तौर पर हिंसा में शामिल रहने के लिए 7 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
 
पश्चिमी मध्यप्रदेश में किसान कर्जमाफी और फसल के अधिक दाम की मांग को लेकर 1 जून से प्रदर्शन कर रहे हैं। किसानों के आंदोलन के हिंसक होते ही अधिकारियों ने प्रभावित इलाकों में कर्फ्यू लगा दिया। (भाषा)