'लालू के पैरों में कन्हैया, आवाज आ रही है आजादी, आजादी...'
देश के शीर्ष शिक्षण संस्थानों में से एक दिल्ली के जवाहरलाल नेहरु यूनिवर्सिटी (JNU) कैंपस से 'हीरो' बने छात्रसंघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार की कथनी और करनी में काफी अंतर है। यूं तो उनकी जुबां आजादी की बड़ी-बड़ी बातें करते थकती नहीं, वहीं दूसरी ओर वे राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव के पैर छूते नजर आते हैं।
लालू के कदमों में झुकते कन्हैया कुमार की तस्वीर सोशल मीडिया में खूब वायरल हो रही है। खासकर टि्वटर पर यूजर मजेदार टिप्पणी के साथ इस तस्वीर को शेयर कर रहे हैं। कुछ लोगों ने तो कन्हैया कुमार की जमकर खिंचाई तक कर डाली है।
दरअसल, इन दिनों जेएनयू छात्रसंघ के अध्यक्ष कन्हैया कुमार बिहार में हैं। उनकी यह यात्रा रोजाना एक नए विवाद को जन्म देकर सुर्खियां बटोर रही है। कहीं वे काले झंडे दिखाए जाने की वजह से खबरों में आ जाते हैं तो लालू से मिलते ही उनके पैर छूने की घटना उन्हें मीडिया में बनाए रखती है।
कन्हैया कुमार अपनी बिहार यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव से मुलाकात करने पहुंच गए। कन्हैया और लालू की इसी मुलाकात ने सोशल मीडिया पर मजे लेने वालों के लिए खूब सारा मसाला परोस दिया है।
मुलाकात के दौरान जब जेएनयू छात्र संघ के अध्यक्ष लालू के पैर छूने लगे तो उनकी पैर छूते वाली यह तस्वीर कैमरे में कैद हो गई और फिर यह सोशल मीडिया में खूब वायरल हुई। एक नजर उन टिप्पणियों पर, जिसमें सोशल मीडिया पर कन्हैया कुमार की खिंचाई की जा रही है।
सुमित @_RKSumit ने लिखते हैं, 'कन्हैया कुमार भ्रष्टाचार के जड़ को स्पर्श कर रहे हैं।'
हम भारत के लोग @India_Policy से ट्वीट किया गया- 'लालूजी का चरण स्पर्श कर भ्रष्टाचार को खत्म किया जा रहा है और बैकग्राउंड से आवाज आ रही हैं आजादी आजादी आजादी...'
यूनाइटेड हिंदू फ्रंट @__UFH ने ट्वीट किया, 'लालू के पैर छूकर कन्हैया आजादी मांग रहे हैं।'
द डंब हीरो @SaggyPhaltankar ने लिखा, 'महान कन्हैया कुमार भ्रष्टाचारी राजनीतिज्ञ लालू प्रसाद यादव के चरणों में। अब वे कैसे खुद को अंबेडकर का अनुयायी कहेंगे।'
ईआर. एसके सिंह @ksantu7979 ने लिखा, 'कन्हैया ने जब लालू के बाएं पैर छुए तो उसे राजद प्रमुख ने सोशल जस्टिस का आशीर्वाद दिया, क्योंकि दायां पैर भ्रष्टाचारी था।'
संदीप कुमार सिंह @PatrioticVirtue ने लिखा है, 'फर्जी केजरी2.0 ने आज जंगलराज के मसीहा लालू प्रसाद यादव के सामने सरेंडर कर दिया। साथ ही इससे आजादी गैंग का खुलासा हो गया।'