अफजल गुरु नहीं, रोहित वेमुला मेरा आदर्श : कन्हैया
नई दिल्ली। जेल से जमानत पर रिहा होने के बाद जेएनयू में गुरुवार को तेज तरार भाषण देने के बाद कन्हैया कुमार ने शुक्रवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा...
* अखंड भारत पर किसी का एकाधिकार नहीं।
* कश्मीर भारत का अभिन्न अंग।
* उमर खालिद, अनिर्बान भट्टाचार्य पर देशद्रोह का केस न चले।
* मेरी तरह सब पढ़ सकें इस लिए लड़ना है।
* कोर्ट का निर्देश मेरा सपना है।
* देशभक्ति पर किसी का पेटेंट नहीं।
* देशद्रोह कानून का गलत इस्तेमाल न हो।
* जेएनयू आज सोचता है, समाज कल सोचता है।
* विक्ट्री नहीं युनिटी मार्च कर रहे हैं।
* मेरा आदर्श रोहित वेमुला।
* अफजल गुरु मेरा आदर्श नहीं।
* अफजल गुरु देश का नागरिक था, जम्मू कश्मीर का निवासी था।
* हमें देश में आजादी चाहिए।
* जेएनयू देश की वास्तविक आवाज है।
* हक की लड़ाई लड़ना हमारा अधिकार है।
* हम कोई आतंकी नहीं, साजिश नाकाम कीजिए।
* संविधान में हमारा विश्वास, सत्य की जीत होगी।
* हमें देश में आजादी चाहिए।
* जेएनयू ने देश को ढाई हजार राजनयिक दिए।
* मैं नेता नहीं विद्यार्थी हूं। मुझे आगे जाकर टीचर बनना है।
* जेएनयू देश की वास्तविक आवाज है।
* हक की लड़ाई लड़ना हमारा अधिकार है।
* हम कोई आतंकी नहीं, साजिश नाकाम कीजिए।
* संविधान में हमारा विश्वास, सत्य की जीत होगी।
* पीएम से मतभेद है मनभेद नहीं।
* काले बादल सूरज को छिपाने की लाख कोशिश कर लें छुपा नहीं पाएंगे।
* देशद्रोह और राजद्रोह में फर्क।
* जेएनयू में पढ़ने वाले देशद्रोही नहीं हो सकते।
* कुछ लोगों की साजिश नाकाम करनी है।
* रोहित की शहादत बेकार नहीं जाएगी।