कुदरत का करिश्मा, 500 करोड़ के गणेशजी गुजरात में
देशभर में गणेशोत्सव का पर्व भक्ति और धूमधाम से मनाया जा रहा है। पांडालों में गणेशजी की आकर्षक प्रतिमाएं विराजित की गई हैं। हर प्रतिमा की अपनी एक खूबी है, लेकिन गुजरात के एक पांडाल में 500 करोड़ की गणेशजी की प्रतिमा विराजित की गई है। इस प्रतिमा के चर्चे पूरे गुजरात में है।
गुजरात के औद्योगिक नगर सूरत में डायमंड व्यापारी राजेश पानवाला ने भगवान गणेश की तकरीबन 500 करोड़ रुपए की प्रतिमा स्थापित की है। यह मूर्ति 27.74 कैरेट के डायमंड से तैयार की गई है। सूरत के कतारगाम स्थित पांडव परिवार के राजेश पांडव नामक डायमंड व्यापारी को 2005 में एक रफ डायमंड दलाली के लिए मिला था। हीरे में गणपतिजी का आकार देखते ही उन्होंने वह हीरा खरीद लिया और उसकी पूजा करनी शुरू कर दी।
इस हीरे की इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ डायमंड में परख की जा चुकी है। हालांकि इस डायमंड को कृत्रिम तरीके से कोई आकार नहीं दिया गया है। यह प्राकृतिक प्रतिकृति है। इस 27.7 किलोग्राम वजन के रफ हीरे को नेचरल डायमंड का सर्टिफिकेट मिला है।
हीरा व्यापारी पानवाला के मुताबिक यह हीरा अफ्रीका के कांगो के म्यूजियम में खदान से प्राप्त हुआ था। इस हीरे को इंडियन डायमंड इंस्टिट्यूट ने प्रमाणित किया है और इस का वजन 27.7 किलोग्राम है। यह अपने कुदरती रूप में है। इसे कोई कृत्रिम आकार नहीं दिया गया है। इसे पहली बार दशनार्थियों के लिए रखा गया है।