• Webdunia Deals
  1. समाचार
  2. मुख्य ख़बरें
  3. राष्ट्रीय
  4. EOW raids 6 places in Chhindwara and Bhopal
Written By
Last Modified: गुरुवार, 10 नवंबर 2022 (20:48 IST)

ईओडब्ल्यू द्वारा छिंदवाड़ा व भोपाल में 6 स्थानों पर छापेमारी

ईओडब्ल्यू द्वारा छिंदवाड़ा व भोपाल में 6 स्थानों पर छापेमारी - EOW raids 6 places in Chhindwara and Bhopal
आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ इकाई भोपाल की टीमों द्वारा आज सुबह छिंदवाड़ा व भोपाल में 6 स्थानों पर तलाशी के लिए छापे डाले गए। यह छापे छिंदवाड़ा स्थित 'दी इवेंजलिकल लूथरन चर्च इन मप्र' नामक सोसायटी के पदाधिकारियों द्वारा संस्था के कर्मचारियों के करोड़ों रुपए के भविष्य निधि की राशि के गबन के संबंध में पंजीबद्ध प्रकरण के संबंध में डाले गए हैं।

ईओडब्ल्यू की टीमों द्वारा छिंदवाड़ा स्थित सोसायटी के मुख्यालय व इस सोसायटी के पदाधिकारियों के आवासों पर न्यायालय द्वारा जारी वारंट के तहत तलाशी ली गई। ईओडब्ल्यू द्वारा दी इवेंजलिकल लूथरन चर्च इन मप्र के अध्यक्ष सुरेन्द्र कुमार सुक्का, सचिव नितिन सहाय, पूर्व कोषाध्यक्ष बसन्त कुमार, कोषाध्यक्ष एसपी दिलराज, निवासी छिंदवाड़ा तथा उपाध्यक्ष अनिल मार्टिन निवासी भोपाल के आवास के अतिरिक्त सोसायटी के छिंदवाड़ा स्थित मुख्य कार्यालय की तलाशी ली गई।

इस सोसायटी के कर्मचारियों द्वारा यह आरोप लगाया गया था कि उनके वेतन से भविष्य निधि की राशि कई वर्षों से काटी जा रही है परन्तु इसे कर्मचारियों के भविष्य निधि खाते में पिछले 13 वर्षों से जमा नहीं किया गया, न ही संस्था का अंशदान जमा किया गया व इस प्रकार करोड़ों रुपए का गबन किया गया है।

ईओडब्ल्यू द्वारा इस संबंध में प्राप्त शिकायत की जांच के उपरान्त एफआईआर पंजीबद्ध कर विवेचना प्रारम्भ की है। ईओडब्ल्यू द्वारा पाया गया है कि दी इवेंजलिकल लूथरन चर्च मप्र के पदाधिकारियों द्वारा वर्ष 2010 से उनके मुख्यालय के अन्तर्गत पदस्थ कर्मचारियों के वेतन से ईपीएफ की राशि काटी जा रही है परन्तु यह राशि ईपीएफ खाते में जमा नहीं की गई। वेतन से काटी गई राशि के अतिरिक्त सोसायटी को संस्था की ओर से अंशदान भी जमा करना होता है जो जमा नहीं किया गया है।

ईपीएफ खातेधारी को जीवन बीमा संबंधी सुविधा प्राप्त होती है जिसके लिए नियमित रूप से ईपीएफ अंशदान जमा करना होता है। सोसायटी के पदाधिकारियों द्वारा ईपीएफ का अंशदान जमा न किए जाने के कारण कोविड-19 महामारी व अन्य कारणों से मृत कर्मचारियों के परिजनों को बीमा राशि भी प्राप्त नहीं हुई है।

सोसायटी के रिटायर्ड कर्मचारियों को नियमानुसार ईपीएफ फंड का भुगतान नहीं किया गया है। सोसायटी के मुख्य कार्यालय की तलाशी पर गबन से संबंधित कई महत्वपूर्ण दस्तावेज जप्त किए गए हैं।