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  4. Effect of Cyclone Biparjoy in Gujarat, trees collapsed in many places, 15 feet high waves in sea
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Last Modified: अहमदाबाद/मुंबई , सोमवार, 12 जून 2023 (13:55 IST)

गुजरात में Cyclone Biparjoy का असर, कई जगह पेड़ धराशायी, समुद्र में 15 फुट ऊंची लहरें

Cyclone Biparjoy
चक्रवाती तूफान बिपरजॉय (Cyclone Biparjoy) के बेहद गंभीर चक्रवाती तूफान में तब्दील होकर सौराष्ट्र-कच्छ तटीय इलाकों में पहुंचने की आशंका के मद्देनजर गुजरात के दक्षिण तथा उत्तरी तटों पर मछली पकड़ने पर रोक लगा दी गई है, साथ ही प्राधिकारी समुद्र तटीय जिलों में रहने वाले लोगों को वहां से हटा कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा रहे हैं। गुजरात में इसका असर दिखना शुरू हो गया है। द्वारका में करीब 1300 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा चुका है। 
 
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने अपने ताजा बुलेटिन में बताया कि ‘अत्यधिक गंभीर चक्रवाती तूफान’ के उत्तर-उत्तर पूर्व की ओर बढ़ने और सौराष्ट्र, कच्छ तथा मांडवी (गुजरात) और कराची (पाकिस्तान) के बीच पाकिस्तान के तटों को 15 जून को दोपहर तक पार करने की संभावना है। तब तक यह ‘बेहद गंभीर चक्रवाती तूफान’ बन जाएगा और इस दौरान 125-130 किलोमीटर प्रति घंटे से लेकर 150 किलोमीटर प्रति घंटे तक की गति से हवा चलने की संभावना है।
 
बुलेटिन में कहा गया कि रविवार रात तक अत्यधिक गंभीर चक्रवाती तूफान बिपरजॉय मुंबई से लगभग 540 किमी पश्चिम में, पोरबंदर से 360 किमी दक्षिण-पश्चिम में, देवभूमि द्वारका से 400 किमी दक्षिण-दक्षिण पश्चिम में, नलिया से 490 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिण पश्चिम में और पाकिस्तान में कराची से 660 किमी दक्षिण में स्थित था।
Cyclone Biparjoy
अधिकारियों ने कहा कि चक्रवाती तूफान के प्रभाव से तेज हवाएं चलेंगी और क्षेत्र में भारी बारिश होगी, जिससे निपटने के लिए राज्य सरकार ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। उन्होंने कहा कि कच्छ जिले के तटीय इलाकों में धारा 144 लागू की गई है और स्थानीय प्रशासन सौराष्ट्र-कच्छ क्षेत्रों में समुद्र के करीब रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा रहा है।
 
मछुआरों पर रोक : आईएमडी ने प्रभावित क्षेत्रों में मछली पकड़ने संबंधी गतिविधियों को पूरी तरह से रोकने की सलाह दी है और मछुआरों को 15 जून तक मध्य अरब सागर तथा सोमवार को उत्तर अरब सागर में नहीं जाने का निर्देश दिया गया है।
 
केन्द्र सरकार ने राज्य सरकार को अपतटीय एवं तटवर्ती गतिविधियां नियंत्रित करने के निर्देश दिए हैं, साथ ही सौराष्ट्र तथा कच्छ के तटीय इलाकों सहित कच्छ, देवभूमि, द्वारका, पोरबंदर, जामनगर, राजकोट, जूनागढ़ और मोरी जिलों से लोगों को हटाकर सुरक्षित स्थानों पर ले जाने को कहा है।
 
आईएमडी ने कच्छ, देवभूमि, द्वारका और जामनगर के कुछ इलाकों में 15 जून को भारी बारिश होने की चेतावनी जारी की है। आईएमडी ने कहा कि तट के करीब सौराष्ट्र क्षेत्र के अन्य जिलों में कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा होगी, जबकि उत्तर गुजरात के जिलों में कुछ स्थानों पर भी भारी वर्षा होगी।
Cyclone Biparjoy
गुजरात में कई जगह पेड़ टूटे : गुजरात में चक्रवाती तूफान का असर दिखना शुरू हो गया है। तेज हवा के कारण कई जगह पेड़ टूट गए हैं। किसी भी तरह की अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए बचाव दलों को अलर्ट पर रखा गया है। कच्छ में स्कूल-कॉलेज में छुट्‍टी की घोषणा कर दी गई है साथ ही धारा 144 लगा दी गई है। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने संबंधित मंत्रियों को अलग-अलग तटीय जिलों की जिम्मेदारी सौंपी
 है। जूनागढ़ के मांगरोल में समुद्र में तेज तूफान देखा गया। समुद्र में 15 फुट ऊंची लहरें उठ रही हैं। 
 
समुद्र में उठ रही हैं ऊंची लहरें : बिपरजॉय के चलते खराब हुए मौसम के कारण मुंबई में समुद्र में ऊंची लहरें उठ रही हैं। खराब के कारण विमान सेवाओं पर भी असर पड़ा है। चक्रवात के कारण मुंबई में भारी बारिश और तेज हवाओं के चलने की आशंका जताई जा रही है। (वेबदुनिया/एजेंसी) 
 
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