5000 करोड़ की बैंक धोखाधड़ी, कारोबारी ईडी के शिकंजे में
नई दिल्ली। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 5000 करोड़ रुपए की कथित बैंक धोखाधड़ी मामले में मनी लांड्रिंग जांच में एक कारोबारी को गिरफ्तार किया है। यह मामला गुजरात की एक फार्मा कंपनी तथा कुछ अन्य हवाला सौदों से संबंधित है।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि केंद्रीय जांच एजेंसी ने बुधवार को सुबह गगन धवन को राष्ट्रीय राजधानी से मनी लांड्रिंग रोधक कानून (पीएमएलए) की धाराओं में गिरफ्तार किया। सूत्रों ने कहा कि धवन को आगे की हिरासत के लिए अदालत में पेश किया जाएगा।
सूत्रों ने बताया कि वडोदरा की कंपनी स्टर्लिंग बायोटेक से संबंधित ऋण धोखाधड़ी तथा इसी तरह के कुछ अन्य गैरकानूनी लेन-देन की वजह से धवन पर एजेंसी की निगाह थी। आपराधिक शिकायत के आधार पर प्रवर्तन निदेशालय धवन द्वारा आयकर विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को रिश्वत देने के कथित आरोपों की जांच कर रहा था। एजेंसी ने अगस्त में दिल्ली में धवन और एक पूर्व कांग्रेस विधायक के परिसरों पर छापेमारी की थी।
सीबीआई ने हाल में स्टर्लिंग बायोटेक और उसके निदेशकों चेतन जयंतीलाल संदेसरा, दीप्ति चेतन संदेसरा, राजभूषण ओमप्रकाश दीक्षित, नितिन जयंतीलाल संदेसरा और विलास जोशी, चार्टर्ड अकाउंटेंट हेमंत हाथी, आंध्रा बैंक के पूर्व निदेशक अनूप गर्ग और कुछ अज्ञात लोगों के खिलाफ कथित बैंक धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है। (एजेंसियां)