क्यों तीसरी मंजिल से कूद गए महाराष्ट्र के डिप्टी स्पीकर नरहरि झिरवल, क्या है आरक्षण से कनेक्शन?
Maharashtra News: महाराष्ट्र में धनगर समाज को एसटी का दर्जा दिए जाने के खिलाफ उपमुख्यमंत्री अजीत पवार गुट के विधायक और डिप्टी स्पीकर नरहरी झिरवल तीसरी मंजिल से कूद गए हैं। हालांकि वे बच गए क्योंकि तीसरी मंजिल से नीचे नहीं गिरे बल्कि बीच में जाली पर ही अटक गए।
बता दें कि अब तक जो जानकारी सामने आ रही है उसमें सामने आया है कि झिरवल धनगर समाज को एसटी का कोटा दिए जाने के विरोध में हैं। इसी के चलते उन्होंने यह कदम उठाया था। यह भी कहा जा रहा है कि झिरवाल के बाद कुछ और आदिवासी विधायक भी जाली पर कूद गए। नरहरी झिरवल महाराष्ट्र विधानसभा के उपाध्यक्ष हैं और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के सदस्य हैं।
बता दें कि आज महाराष्ट्र के आदिवासी समाज के विधायक मंत्रालय में आंदोलन कर रहे हैं। इस दौरान विधायक मंत्रालय के दूसरी मंजिल पर लगाई गई सुरक्षा जाली पर उतर गए और नारेबाजी करने लगे। पुलिस ने विधायकों को सुरक्षा नेट से हटा दिया है।
क्या है वजह?
बता दें कि पिछले कुछ दिनों से विधानसभा उपाध्यक्ष नरहरि सीताराम आदिवासी समुदाय के लिए आंदोलन कर रहे हैं। आदिवासी समाज के मुद्दे को लेकर वे दो बार मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से मिल चुके हैं। अगर मुख्यमंत्री हमारी बात नहीं सुनेंगे तो हमारे पास प्लान बी तैयार है। वहीं, आदिवासियों के मुद्दे पर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को बुधवार (02 अक्टूबर) को सह्याद्री गेस्ट हाउस में उनसे मिलने पहुंचे राज्य के आदिवासी विधायकों से मिलने के लिए सात घंटे तक इंतजार करना पड़ा। आदिवासी विधायक मुख्यमंत्री शिंदे से सात घंटे तक बैठने और उनसे मुलाकात नहीं कर पाने से नाखुश थे। इसके बाद आदिवासी विधायकों ने आज शुक्रवार (04 अक्टूबर) को मुख्यमंत्री से चर्चा की। लेकिन तभी नरहरि झिलवाल समेत कुछ आदिवासी विधायक मंत्रालय के जाल में कूद पड़े।
Edited by Navin Rangiyal