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Last Updated : रविवार, 7 मार्च 2021 (00:48 IST)

सावधान! कर्फ्यू तो लगने लगा है, कहीं Lockdown न लौट आए...

सावधान! कर्फ्यू तो लगने लगा है, कहीं Lockdown न लौट आए... - Corona casess increased in India, Lockdown may be impose
नई दिल्ली। याद कीजिए मार्च 2020, जब कोरोनावायरस (Coronavirus) ने पांव पसारना शुरू किए थे और बढ़ता संक्रमण देश को लॉकडाउन (Lockdown) की ओर ले गया था। स्थितियां एक बार फिर वैसी ही हो रही हैं। 
 
भारत में 36 दिन बाद 24 घंटे में संक्रमण के 18 हजार 327 मामले सामने आए हैं। महाराष्ट्र, गुजरात, पंजाब आदि राज्यों के कुछ शहरों में रात का कर्फ्यू लगा दिया गया है। नागपुर में तो वीकेंड (शनिवार, रविवार) लॉकडाउन की शुरुआत हो चुकी है। हालांकि राहत की बात यह है कि पूरे देश में टीकाकरण की शुरुआत हो चुकी है। लेकिन, फिर देशवासियों को और ज्यादा सावधान रहने की जरूरत है। क्योंकि देश अब एक और लॉकडाउन झेलने के लिए तैयार नहीं है। 
 
एक दिन में 18 हजार से ज्यादा : भारत में 1 दिन में कोरोना संक्रमण के 18 हजार 327 नए मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 1 करोड़ 11 लाख 92 हजार से ज्यादा हो गई है। देश में 36 दिनों के बाद संक्रमण के ये सर्वाधिक मामले हैं और इसी के साथ लगातार चौथे दिन उपचाराधीन मरीजों की संख्या में वृद्धि दर्ज की गई। यह संख्या अब 1 लाख 80 हजार 304 पर पहुंच गई है।
महाराष्ट्र में 10 हजार से ज्यादा : दूसरी ओर, महाराष्ट्र में देश में सर्वाधिक संक्रमण के मामले सामने आ रहे हैं। पिछले 24 घंटे में 10 हजार से ज्यादा संक्रमण के मामले सामने आए हैं और 47 लोगों की मौत हो गई। इसके साथ महाराष्ट्र में संक्रमण का कुल आंकड़ा 22 लाख से ऊपर जा चुका है, जबकि 52 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। इस समय राज्य में करीब 93 हजार एक्टिव केस हैं एवं 20 लाख 62 हजार से ज्यादा लोगों की रिकवरी हो चुकी है। 
 
औरंगाबाद में लॉकडाउन की अटकलें : महाराष्ट्र के ही औरंगाबाद में शनिवार को दिनभर लॉकडाउन की अफवाहें उड़ती रहीं। यहां शनिवार को 459 संक्रमण के मामले सामने आए थे एवं कुल आंकड़ा बढ़कर 52 हजार से ज्यादा हो चुका है। इस बीच, जिला कलेक्टर सुनील चव्हाण ने बताया कि रविवार को एक बैठक आयोजित ‍की गई है, इसमें लॉक लगाने या नहीं लगाने का फैसला लिया जाएगा।
 
बैठक में पुलिस कमिश्नर, नगर निगम कमिश्नर, पुलिस अधीक्षक एवं अन्य अधिकारी शामिल होंगे। उन्होंने कहा कि स्थिति की पूरी समीक्षा के बाद ही कोई फैसला लिया जाएगा। आपको बता दें कि औरंगाबाद जिले में 1 से 5 मार्च तक 1737 संक्रमण के मामले सामने आ चुके हैं।
राजस्थान में सख्ती : संक्रमितों की संख्या में फिर से हो रही वृद्धि के मद्देनजर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शनिवार को राज्य के लोगों का आगह करते हुए कहा कि वे कोविड-19 प्रोटोकॉल का ध्यान से पालन करें, क्योंकि ऐसा नहीं होने पर सरकार को सख्ती बरतनी पड़ेगी। इस बीच राज्य सरकार ने और चार राज्यों से राजस्थान आने वाले लोगों के लिए कोरोना वायरस जांच रिपोर्ट दिखाना अनिवार्य कर दिया है।
 
राज्य में शनिवार को भी संक्रमण के 200 से ज्यादा (233) नए मामले सामने आए हैं। अभी तक कुल 3,21,356 लोगों के संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। गहलोत ने कहा कि आमजन से अपील है कि प्रोटोकॉल का पूर्ववत पालन करें। इस बीच, राज्य सरकार ने और 4 राज्यों पंजाब, हरियाणा, मध्यप्रदेश और गुजरात से आने वालों के लिए भी अधिकतम 72 घंटे पुरानी कोरोना संक्रमण की आरटीपीसीआर जांच की नेगेटिव रिपोर्ट दिखाना अनिवार्य कर दिया है।
 
पंजाब के 4 जिलों में रात का कर्फ्यू : पंजाब के 4 जिलों में हाल ही में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में वृद्धि होने के बाद शनिवार से रात्रि कर्फ्यू लागू कर दिया गया। पंजाब की मुख्य सचिव विनी महाजन और पुलिस महानिदेशक दिनकर गुप्ता ने कोरोना हालात को लेकर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये सभी आयुक्तों, जिला पुलिस प्रमुखों और सिविल सर्जनों के साथ बैठक की, जिसके बाद यह आदेश जारी किया गया।
जिन जिलों में रात्रि कर्फ्यू लागू किया गया है, उनमें जालंधर, एसबीएस नगर, होशियारपुर और कपूरथला शामिल हैं। इन जिलों में रात 11 बजे से सुबह 5 बजे तक रात्रि कर्फ्यू लागू रहेगा। इससे पहले दिन में जालंधर के उपायुक्त घनश्याम ठोरी ने कहा कि रात्रि कर्फ्यू शनिवार से लेकर अगले आदेश तक जारी रहेगा। हालांकि इस दौरान 24 घंटे चलने वाले कारखानों में विभिन्न पालियों में काम करने वाले लोगों को कर्फ्यू में छूट मिलेगी।
 
अब तक 2.06 करोड़ से अधिक टीके लगे : केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने शनिवार को बताया कि भारत में कोविड-19 के 2.06 करोड़ से अधिक टीके लगाए जा चुके हैं। देश में 16 जनवरी को स्वास्थ्यकर्मियों को टीके लगाए जाने के साथ टीकाकरण अभियान की शुरुआत हुई थी, जबकि कोरोना के खिलाफ जंग में अग्रिम मोर्चे पर तैनात कर्मियों को टीके लगाने की शुरुआत दो फरवरी को हुई थी। 13 फरवरी को टीके की दूसरी खुराक देने का सिलसिला शुरु हुआ था।
 
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