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Last Updated : शुक्रवार, 9 अगस्त 2019 (16:58 IST)

जन्माष्टमी से पहले मथुरा की कृष्ण जन्मभूमि को बम से उड़ाने की धमकी

जन्माष्टमी से पहले मथुरा की कृष्ण जन्मभूमि को बम से उड़ाने की धमकी - Bomb Threat to temples of Mathura Vrindavan
मथुरा। जन्माष्टमी से पहले वृन्दावन के प्रेम मंदिर और मथुरा के कृष्ण जन्मस्थानम मंदिर को बम से उड़ाने की धमकी मिलने से हड़कंप मच गया। इस धमकी के बाद दोनों मंदिरों की सुरक्षा और बढ़ा दी गई है।

मथुरा में एक सनसनीखेज घटनाक्रम में एक टूरिस्ट ने ऑटो चालक से फोन लेकर वृन्दावन के प्रेम मंदिर और मथुरा के कृष्ण जन्मस्थान मंदिर को बम से उड़ाने की धमकी दे दी। इस मंदिर को कृष्ण जन्मभूमि के नाम से भी जाना जाता है। पुलिस ने इस मामले में ऑटो चालक को गिरफ्तार कर लिया है जबकि टूरिस्ट की तलाश जारी है।
 
पुलिस ने बताया कि गुरुवार को प्रेम मंदिर के एक कर्मचारी के मोबाइल पर एक फोन आया। फोन करने वाले शख्स ने प्रेम मंदिर और कृष्ण जन्मस्थान को बम से उड़ाने की धमकी दी। धमकी देने के तुरंत बाद उसने फोन काट दिया और इस संबंध में पुलिस को सूचना दी। इस धमकी के बाद दोनों मंदिरों की सुरक्षा और बढ़ा दी गई है।
 
मथुरा के अतिरिक्त पुलिस अधिक्षक ज्ञानेन्द्र सिंह ने बताया कि ऑटो ड्राइवर से पूछताछ की जा रही है। उसने बताया कि एक टूरिस्ट ने उससे फोन करने के लिए मोबाइल लिया था। उसने बाद इस फोन का इस्तेमाल धमकी देने के लिए किया।
 
ज्ञानेन्द्र सिंह ने बताया कि पुलिस ने इस मामले की जांच के लिए 7 टीमें का गठन किया है। जल्द ही टूरिस्ट को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

उल्लेखनीय है ‍कि प्रेम मंदिर का निर्माण कृपालु महाराज ने करीब 54 एकड़ भूमि पर लगभग सौ करोड़ रुपए की धनराशि से कराया है। 11 वर्ष में बनकर तैयार हुए इस मंदिर का लोकार्पण 2012 में किया गया था। 
 
इस मंदिर में कुल 94 खम्भे हैं। इस मंदिर के निर्माण में इटैलियन संगमरमर का इस्तेमाल किया गया है। मंदिर बनाने में राजस्थान और उत्तर प्रदेश के एक हजार शिल्पकारों ने दिन-रात काम किया था। मन्दिर में प्रतिदिन देश-विदेश बड़ी संख्या में श्रद्धालु यहां आते हैं। 
 
इसकी ऊँचाई 125 फुट, लम्बाई 122 फुट तथा चौड़ाई 115 फुट है। इसमें फव्वारे, राधा-कृष्ण की मनोहर झाँकियाँ, गोवर्धन लीला, कालिया नाग दमन लीला, झूलन लीला की झाँकियाँ उद्यानों के बीच सजाई गयी हैं। मन्दिर की शिलाओं पर राधा गोविन्द गीत सरल भाषा में लिखे गए हैं।