Amritpal Singh Arrest : अमृतपाल सिंह की गिरफ्तारी के पीछे भिंडरावाले के भतीजे का कनेक्शन या पत्नी के डर से किया सरेंडर
- अमृतपाल सिंह खोलेगा राज
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एजेंसी की रडार पर थी पत्नी
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घरवालों के डर से किया सरेंडर
चंडीगढ़। Amritpal Singh updates: करीब 36 दिनों बाद खालिस्तानी समर्थक अमृतपाल सिंह (Amritpal Singh) की गिरफ्तारी हो गई। उसे असम की डिब्रूगढ़ जेल भी भेज दिया गया। अमृतपाल की गिरफ्तारी के बाद कई तरह की बातें सामने आ रही हैं। पंजाब पुलिस ने प्रेस कॉन्फेंस कर गिरफ्तारी की कहानी बताई, वहीं सोशल मीडिया में उसका एक वीडियो पर सामने आया, जिसमें सामने आया कि उसने सरेंडर किया है। पूरे मामले में अकाल तख्त के पूर्व प्रमुख और जरनैल सिंह भिंडरावाले के भतीजे जसबीर सिंह रोडे की भूमिका संदिग्ध बताई जा रही है। कई मीडिया खबरों में अमृतपाल की पत्नी को भी सरेंडर का एक कारण माना जा रहा है।
पंजाब पुलिस ने अमृतपाल को गिरफ्तार कर असम के डिब्रूगढ़ जेल भेज दिया है। वहां पर उसके 8 सहयोगी पहले से बंद है। हाल ही में गिरफ्तार पापलप्रीत को भी वहां शिफ्ट कर दिया गया था।
कौन है जसबीर सिंह रोड़े : मीडिया खबरों के अनुसार पापलप्रीत सिंह अमृतपाल की सहायता कर रहा था, लेकिन 10 अप्रैल को वो पुलिस के हत्थे चढ़ गया। ऐसे में अमृतपाल अकेला पड़ गया। इसके बाद वो मोगा पहुंचा। शक है कि वहां पर जसबीर सिंह रोडे ने उसकी मदद की। रोडे की उस इलाके में काफी अच्छी पकड़ है। कई बड़े नेताओं और मंत्रियों से भी उनके संबंध हैं। जब अमृतपाल का दस्तारबंदी कार्यक्रम हुआ था, तो रोडे उसमें भी मौजूद थे।
एजेंसी की रडार पर थी पत्नी : 21 अप्रैल को अमृतपाल की पत्नी किरणदीप कौर को अमृतसर एयरपोर्ट पर रोका गया था। इसके बाद से वह जांच एजेंसी की रडार पर आ गई थी। कई मीडिया रिपोर्टस में दावा किया गया था कि अमृतपाल ने पत्नी पर जांच एजेंसी का शिकंजा कसने के बाद ही सिरेंडर करने का फैसला किया। अमृतपाल को डर लगने लगा था कि कहीं उसका पूरा परिवार पुलिस की रडार में न आ जाए। उसे इस बात का भी अंदेशा हो चुका था कि वह अब ज्यादा दूर तक नहीं भाग सकता।
जसबीर ने कहा था गुरुद्वारे पहुंचने के लिए : अमृतपाल की गिरफ्तारी के बाद उन्होंने दावा किया कि पुलिस ने उसे नहीं पकड़ा, बल्कि उसने सरेंडर किया है। मीडिया में आई खबरों के अनुसार जसबीर ने अमृतपाल को 22 अप्रैल की रात तक गुरुद्वारे में पहुंचने के लिए कहा था। बाद में पुलिस को इसकी जानकारी दे दी। हालांकि जसबीर रोडे ने इन बातों से इनकार किया।
जसबीर के मुताबिक 22 अप्रैल की रात को अमृतपाल खुद ही गुरुद्वारे पहुंचा था। उसने खुद पुलिस को फोन किया। इसके बाद उसने अपनी किट तैयार की, चोला बदला, पैरों में चप्पल पहनी और रोडे गांव स्थित संत खालसा गुरुद्वारे गया।
सूत्रों के मुताबिक पूरे मामले में पंजाब पुलिस जसबीर सिंह रोडे की भूमिका की जांच कर रही है। अगर अमृतपाल को सहायता वाली बात सही निकली तो उस पर कार्रवाई की जाएगी।