हड्डी टूटने पर करें ये उपाय
हड्डी टूटने पर उसका इलाज केवल विशेषज्ञ ही कर सकता है। घर पर केवल बच्चे को फर्स्ट एड ही दी जा सकती है। बच्चे जब भी गिरते हैं तो उनकी बाँहें बाहर की ओर निकल आती हैं। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि गिरते समय बच्चा स्वाभाविक तौर पर हाथों से किसी चीज को पकड़ लेना चाहता है। यही वजह है कि उनकी बाँहों, कोहनियों और कलाइयों में चोट आती है। * पहचानिए लक्षण : हड्डी टूटने के साथ ही बहुत तीव्र दर्द होता है। टूटने वाले अंग को चलाना असंभव हो जाता है। टूटे हुए स्थान पर तत्काल सूजन आने लगती है। बाहें टूटने पर क्या करें : 1
सबसे पहले आप बच्चे को शांत बैठा दें। 2
बाँह और सीने के बीच एक पैड बना दें। 3
उन्हें दूसरे हाथ से टूटे हुए हाथ को सपोर्ट देने के लिए कहें। 4
टूटी बाँह को कपड़े से बाँधकर गर्दन से ऐसे लटकाएँ ताकि भुजा और हथेली के बीच 90 डिग्री का कोण बन जाए।