Lok Sabha Election Result 2024 : UP में प्रियंका गांधी की रणनीति से ढहा BJP का किला, 'मंगलसूत्र' पर भारी पड़ा 'बलिदान'
Priyanka Gandhi Vadra Lok Sabha Election Result 2024 : उत्तरप्रदेश में भाजपा का किला ढहता नजर आ रहा है। इसके पीछे कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा का आक्रामक और धुआंधार प्रचार है। लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कटाक्षों पर तीखे तंज के जरिए पलटवार किया। उत्तरप्रदेश में प्रचार की कमान प्रियंका ने संभाल रखी थी। प्रियंका ने सभाओं और रैलियों से जनता से सीधे संवाद किया, वहीं सम्मेलनों के जरिए कार्यकताओं में जोश भरा।
अपने पिता की हत्या की दर्दनाक यादों का उल्लेख करते हुए उन्होंने अपने परिवार के बलिदान को लोगों के सामने रखा और एक के बाद एक रैलियों में भारी भीड़ जुटाकर प्रियंका अपनी पार्टी के लिए मुख्य प्रचारक के तौर पर उभरीं। लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के बेहतर प्रदर्शन के साथ ही प्रियंका गांधी वाड्रा ने पार्टी में अपनी स्थिति को भी मजबूत किया है। अमेठी में भाजपा प्रत्याशी स्मृति ईरानी की बड़े अंतर से हार हुई है। कांग्रेस प्रत्याशी किशोरी लाल शर्मा ने स्मृति ईरानी को हराया है।
ट्वीट में दी बधाई : प्रियंका गांधी ने एक ट्वीट में केएल शर्मा की जीत पर मुहर लगा दी है, जिससे भाजपा के कार्यकर्ताओं की धुकधुकी बढ़ गई है। प्रियंका गांधी ने केएल शर्मा के साथ तस्वीर साझा करते हुए लिखा, किशोरी भैया, मुझे कभी कोई शक नहीं था, मुझे शुरू से यक़ीन था कि आप जीतोगे। आपको और अमेठी के मेरे प्यारे भाइयों और बहनों को हार्दिक बधाई !
वरिष्ठ पत्रकार रशीद किदवई ने कहा कि कांग्रेस लंबे समय से एक प्रभावी चुनाव प्रचारक की तलाश में थी और 2024 के चुनावों में प्रियंका गांधी ने जिस तरह से मोदी को जवाब दिया है, वह दर्शाता है कि मोदी का मुकाबला किया जा सकता है और प्रियंका गांधी ने पूरे भारत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
प्रियंका गांधी काफी हद तक कांग्रेस की गतिविधियों के केन्द्र में रहीं और उन्होंने इस चुनाव अभियान में लगातार आक्रामक प्रचार किया। बेंगलुरु में उनकी उस भावुक अभिव्यक्ति को कौन भूल सकता है, जब उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी पर उनके सोने और मंगलसूत्र वाले बयान को लेकर निशाना साधा था और कहा था कि उनकी मां सोनिया गांधी ने देश के लिए अपना मंगलसूत्र बलिदान कर दिया था।
इंडिया गठबंधन भले ही अब तक के रुझानों में सरकार बनाने के जादुई आंकड़े से चूक गया हो, लेकिन इसने देश को एक मजबूत विपक्ष दे दिया है। दोपहर 3 बजे के रुझानों में इंडिया गठबंधन 230 सीटों पर आगे था और कांग्रेस 98 सीटों पर बढ़त बनाए हुए थी, जो पिछली बार की तुलना में लगभग दोगुनी सीटें हैं।
प्रियंका के चुनाव लड़ने की अटकलें तेज थीं और उनकी कही हर बात सुर्खियों में थी। लेकिन, कांग्रेस महासचिव ने इस बार चुनावी मैदान में उतरने का फैसला नहीं किया, बल्कि रायबरेली में अपने भाई राहुल गांधी के चुनाव प्रचार की कमान संभाली और अमेठी से कांग्रेस उम्मीदवार किशोरी लाल शर्मा के लिए भी जमकर प्रचार किया।
दु:ख की पीड़ा से मिली अभियान को धार : अपने बचपन के दिनों, अपने पिता राजीव गांधी की हत्या की पीड़ा और अपनी मां के दुख का जिक्र करते हुए प्रियंका ने कांग्रेस के चुनावी अभियान को धार दी। साथ ही राष्ट्रीय स्तर के मुद्दों पर चर्चा करने के बीच कुशलता से संतुलन बनाए रखा। उन्होंने 16 राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश में प्रचार किया। प्रियंका गांधी ने अमेठी और रायबरेली में दो कार्यकर्ता सम्मेलनों को भी संबोधित किया। इनपुट भाषा