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Last Updated : शुक्रवार, 5 अप्रैल 2024 (12:20 IST)

Lok Sabha Election 2024: Maoist गतिविधियों से निपटने के लिए तैयार ओडिशा पुलिस, की पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था

माओवादी जिलों के कुछ इलाकों तक ही सीमित

Lok Sabha Election 2024: Maoist गतिविधियों से निपटने के लिए तैयार ओडिशा पुलिस, की पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था - Odisha is ready to deal with Maoist activities
Lok Sabha Election 2024 : ओडिशा (Odisha) पुलिस चुनाव के दौरान किसी भी माओवादी (Maoist) गतिविधि का मुकाबला करने के लिए पूरी तरह से तैयार है। पुलिस महानिदेशक (DGP)अरुण सारंगी ने भुवनेश्वर में यह जानकारी दी। सारंगी ने एक साक्षात्कार में कहा कि पिछले कुछ वर्षों में माओवादी गतिविधियों में काफी कमी आई है।
 
उन्होंने बताया कि वर्ष 2019 के चुनाव के दौरान ओडिशा में 20 जिले माओवाद प्रभावित थे। इस चुनाव में यह संख्या घटकर 10 रह गई है। पुलिस अधिकारी ने कहा कि ओडिशा-आंध्रप्रदेश सीमा के माओवादियों को छत्तीसगढ़ तक खदेड़ दिया गया है लेकिन वे चुनाव के दौरान गड़बड़ी पैदा कर सकते हैं।

 
माओवादी जिलों के कुछ इलाकों तक ही सीमित : उन्होंने बताया कि माओवादी राज्य के बौध, कंधमाल और कालाहांडी जिलों के कुछ इलाकों तक ही सीमित हैं और अगर चुनाव के दौरान माओवादी गतिविधियां बढ़ती हैं तो पुलिस ने उनका मुकाबला करने के लिए विस्तृत सुरक्षा व्यवस्था योजनाएं तैयार की हुई है।
 
माओवादीरोधी अभियान जारी : अधिकारी ने बताया कि माओवादीरोधी अभियान जारी हैं। हाल में हमने एक प्रमुख माओवादी कमांडर को मार गिराया है और विस्फोटक सामग्री जब्त की है। उन्होंने अंतरराज्यीय सीमा क्षेत्रों में चुनाव की तैयारियों पर कहा कि ओडिशा के 15 पुलिस जिले पश्चिम बंगाल, झारखंड, छत्तीसगढ़ और आंध्रप्रदेश के साथ सीमा साझा करते हैं।

 
पश्चिम बंगाल के साथ बैठक होगी : उन्होंने कहा कि हम झारखंड, छत्तीसगढ़ और आंध्रप्रदेश के साथ पहले ही अंतरराज्यीय सहयोग बैठकें कर चुके हैं और बहुत जल्द पश्चिम बंगाल के साथ बैठक करेंगे। पुलिस अधिकारी ने बताया कि बैठकों के दौरान सीमा सुरक्षा, चुनाव प्रक्रिया में खलल डाल सकने वाले विभिन्न तत्वों की आवाजाही और नकदी, अवैध शराब व नशीले पदार्थों की तस्करी से संबंधित मुद्दों पर चर्चा हुई।
 
विभिन्न सीमाओं पर 118 जांच चौकियां स्थापित : ओडिशा में पहले से ही विभिन्न सीमाओं पर 118 जांच चौकियां स्थापित की जा चुकी हैं। डीजीपी ने बताया कि छत्तीसगढ़ के साथ हमारी सबसे लंबी अंतरराज्यीय सीमा है और वह क्षेत्र माओवादी गतिविधियों से प्रभावित है। इसलिए हमारी चर्चा ज्यादातर खुफिया जानकारी के आदान-प्रदान, परिचालन समन्वय, संयुक्त माओवादी रोधी अभियानों और माओवादियों की घुसपैठ को रोकने के बारे में थी।

 
उन्होंने बताया कि इसी तरह की चर्चा झारखंड और आंध्रप्रदेश के अधिकारियों के साथ भी की गई। ओडिशा की 21 लोकसभा सीटों और 147 सदस्यीय विधानसभा के लिए 4 चरणों में मतदान होगा, जो 13 मई से शुरू होगा।(भाषा)
 
Edited by: Ravindra Gupta