Last Modified: मुंबई ,
रविवार, 6 मार्च 2011 (20:04 IST)
ललित मोदी की मुसीबतें बढ़ी
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इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के बर्खास्त आयुक्त ललित मोदी की दिक्कतें खत्म होने का नाम नहीं ले रही हैं। पासपोर्ट जब्त किए जाने के बाद अब सरकार मोदी को स्वदेश वापस भेजने की माँग कर सकती है।
दरअसल सरकार मोदी को स्वदेश वापस बुलाकर उन्हें ट्वेंटी-20 क्रिकेट टूर्नामेंट में विदेशी विनिमय कानूनों के कथित उल्लंघन की जाँच में शामिल करना चाहती है।
आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि चूंकि मोदी का पासपोर्ट जब्त किया जा चुका है, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) उन्हें स्वदेश भेजने की माँग कर सकता है। अधिकारियों ने मोदी को विदेश मंत्रालय में अपील दायर करने या इस मामले में अदालत का दरवाजा खटखटाने के लिए 31 मार्च तक का समय दिया है।
मोदी के संभावित निर्वासन के बारे में पूछे जाने पर उनके वकील महमूद आबिदी ने कहा कि सभी विकल्प विचाराधीन हैं। आबिदी ने कहा, ‘यह विचाराधीन है। सभी विकल्पों पर ध्यान दिया जा रहा है। हम देखेंगे कि इसमें (पासपोर्ट जब्त मामले) क्या कदम उठाने की जरूरत है।'
सूत्रों ने हालाँकि कहा कि मोदी को स्वदेश लाना काफी लंबी प्रक्रिया हो सकती है क्योंकि कई कानूनी विषयों पर ध्यान देना होगा। विदेशी विनिमय प्रबंधन कानून के कथित उल्लंघन की जाँच में जुटी एजेंसियों को मोदी पिछले छह महीने से नजरअंदाज कर रहे हैं और माना जाता है कि वह इंग्लैंड में हैं।
सूत्रों ने कहा कि ईडी चेन्नई में दायर प्राथमिकी का अध्ययन कर रहा है, जो काले धन संबंधी कानून (पीएमएलए) के तहत मामला दर्ज करने का आधार बन सकता है। (भाषा)