यहाँ होगा गेंद और बल्ले का मेल
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अजय बर्वे चैम्पियंस लीग के लिए लोगों का उत्साह चरम पर है। इस टूर्नामेंट का पहला मैच 10 सितम्बर को मुंबई इंडियंस और लायंस के बीच वांडरर्स स्टेडियम में होगा। क्रिकेट प्रेमियों को उम्मीद है गेंद और बल्ले के इस मेल की शुरुआत के साथ ही 16 दिनों तक चलने वाले इस शानदार टूर्नामेंट का हर एक मैच उनके लिए रोमांच और मनोरंजन से भरपूर होगा। इस टूर्नामेंट में कुल 23 मैच खेले जाएँगे जो कि दक्षिण अफ्रीका के चार बड़े स्टेडियम में होने वाले हैं। नजर डालते हैं इन मैदानों की पिच और यहाँ अब तक हुए टी-20 मैचों के रिकॉर्ड पर सेंचुरियन : सेंचुरियन के इस मैदान को सेंचुरियन पार्क या सुपर स्पोर्ट्स पार्क के नाम से जाना जाता है। इस स्टेडियम में 20 हजार दर्शक एक साथ बैठकर मैच देख सकते हैं। यहाँ की पिच तेज है और बल्लेबाजों के लिए खासी मददगार साबित होती है। स्पिन गेंदबाजों के लिए यहाँ कुछ खास नहीं है। इस मैदान पर पहला टी-20 मैच दक्षिण अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया के बीच मार्च 2009 में खेला गया था और आखरी मैच 15 नवंबर 2009 को दक्षिण अफ्रीका और इंग्लैंड के बीच खेला गया था। अब तक इस मैदान पर सिर्फ दो टी-20 मैच ही खेले गए हैं। इस मैदान में खेले गए टी-20 मैचों में सर्वाधिक स्कोर 241 रन है, जो दक्षिण अफ्रीका ने इंग्लैंड के खिलाफ बनाए थे। सबसे कम स्कोर 139 रन हैं जो ऑस्ट्रेलिया ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ बनाए थे। इस मैदान में चैम्पियंस लीग के 6 मैच खेले जाने हैं और मैदान के रिकॉर्ड देखकर लगाता है यहाँ बल्लेबाजों का बोलबाला रहेगा। डरबन : डरबन के इस मैदान को किंग्समेड ग्राउंड के नाम से जाना जाता है। इस मैदान की दर्शक संख्या 25 हजार है। यहाँ की पिच कभी गेंदबाजों तो कभी बल्लेबाजों के लिए अच्छी साबित होती है। समुद्र के पास होने कि वजह से यहाँ का वातावरण उमस से भरा रहता है और मौसम बदलता रहता है।यहाँ सबसे पहला टी-20 मैच 12 सितंबर 2007 को केन्या और न्यूजीलैंड के विरूद्ध खेला गया था। वहीं आखरी मैच भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच 22 सिंतबर 2007 को खेला गया था। यहाँ अब तक सिर्फ टी-20 विश्व कप के अलावा अन्य कोई टी-20 मैच आयोजित नहीं हुआ है। अब तक हुए नौ टी-20 मैचों में सर्वाधिक स्कोर 218 रन हैं, जो कि भारत ने इंग्लैंड के खिलाफ बनाए थे। इस मैच में युवराज सिंह ने इंग्लैंड के गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉड के ओवर में लगातार 6 छक्के लगाए थे, वहीं सबसे कम स्कोर 73 रन हैं जो केन्या ने न्यूजीलैंड के खिलाफ बनाए थे। इस मैदान पर भी चैम्पियंस लीग के 6 मैच होने वाले हैं और यहाँ पिच के व्यवहार से लगता है कि यहाँ होने वाले मैच काफी रोमांचक हो सकते हैं।जोहानसबर्ग : द वांडरर्स स्टेडियम के नाम से पहचाना जाने वाला यह मैदान क्रिकेट के कई ऐतिहासिक लम्हों का गवाह रहा है। इस मैदान पर सबसे पहला टी-20 मैच दक्षिण अफ्रीका और न्यूजीलैंड के बीच 21 अक्टूबर 2005 को खेला गया था। आखरी टी-20 मैच 13 नवंबर को दक्षिण अफ्रीका और इंग्लैंड के बीच हुआ था। मैदान की दर्शक संख्या 30 हजार है।यहाँ की पिच अफ्रीका के अन्य मैदानों की तरह तेज होने के साथ उछाल और स्विंग से भरी है। अब तक खेले गए करीब 18 टी-20 मैचों में सर्वाधिक स्कोर 260 रन हैं जो कि श्रीलंका ने 14 सितंबर 2007 को केन्या के खिलाफ बनाए थे। वहीं सबसे कम स्कोर 83 रन है, जो बांग्लादेश ने श्रीलंका के खिलाफ 18 सितंबर 2007 को बनाए थे। यहाँ की पिच बल्लेबाजों के लिए शानदार है। चैम्पियंस लीग के फाइनल को मिलाकर यहाँ कुल 5 मैच खेले जाएँगे और उम्मीद है कि हर मैच शानदार होगा। पोर्ट एलिजाबेथ : 19 हजार दर्शक संख्या वाले इस स्टेडियम को सेंट जॉर्ज पार्क के नाम से जाना जाता है। इस मैदान की पिच भी अन्य पिचों की तरह ही है। यहाँ अब तक सिर्फ एक टी-20 मैच खेला गया है। वेस्टइंडिज और दक्षिण अफ्रीका के बीच 16 सितंबर 2007 को हुए इस मैच में मात्र 60 रन बने थे। चैम्पियंस लीग के दौरान यहाँ पर 6 मैच खेले जाएँगे। इस मैदान से भी यही उम्मीद है कि यहाँ होने वाले मैच मनोरंजन से भरपूर होंगे।