Last Modified: नई दिल्ली ,
सोमवार, 22 फ़रवरी 2010 (10:39 IST)
भारत नंबर एक का हकदार-वाडेकर
पूर्व भारतीय कप्तान अजीत वाडेकर ने टीम इंडिया की दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ कोलकाता में खेले गए दूसरे और अंतिम क्रिकेट में मिली शानदार जीत पर खुशी जताते हुए कहा है कि भारतीय टीम आने वाले कुछ वर्षों तक आईसीसी टेस्ट रैंकिंग में नंबर एक पर बने रहने की हकदार है।
वाडेकर ने कहा- मैं एक बार फिर दोहराना चाहता हूँ कि हम नंबर एक पर बने रहने के हकदार हैं और हमें इस कुर्सी पर लंबे समय तक रहना चाहिए। भारतीय खिलाड़ियों ने हाल के दिनों में शानदार खेल का प्रदर्शन किया है। दो टेस्ट मैचों की श्रृंखला का पहला टेस्ट हारने के बाद दूसरा टेस्ट जीतना काफी कठिन होता है। हमने कोलकाता में अपने सीनियर खिलाड़ियों की अनुपस्थिति और चोट के बावजूद जीत दर्ज की जो कई मायनों में शानदार थी।
सचिन तेंडुलकर और वीरेन्द्र सहवाग ने यहाँ खास पारी खेली। वीवीएस लक्ष्मण और महेन्द्रसिंह धोनी ने भी गजब की पारी खेली।
वाडेकर ने इस श्रृंखला में टीम इंडिया के कुछ खिलाड़ियों की आलोचना पर कहा-मुझे पता है कि इस श्रृंखला के दौरान कुछ भारतीय खिलाड़ियों की आलोचना की गई, लेकिन यह तो मामूली बात है। फिर हरभजन ने कोलकाता टेस्ट में मैच विजयी प्रदर्शन कर सभी आलोचनाओं का जवाब दे दिया। लेकिन मेरा मानना है कि जब खिलाड़ी अच्छा नहीं खेल रहे होते हैं तो उनकी आलोचना करना ठीक नहीं होता है।
डॉन ब्रेडमैन और सुनील गावस्कर जैसे खिलाड़ी भी खराब दौर से गुजरे हैं। वाडेकर ने एक वेबसाइट से चर्चा में भारत की 1971 की टीम और अभी की टीम से तुलना करने से इनकार करते हुए कहा- मुझे नहीं लगता कि तुलना हमेशा अच्छी होती है। हकीकत यही है कि हमारे जमाने की टीम और अभी की टीम इंडिया में जमीन-आसमान का अंतर है।
गौरतलब है कि वाडेकर के नेतृत्व में ही टीम ने 1971 में पहली बार विदेशी भूमि पर इंग्लैंड और वेस्टइंडीज में कोई श्रृंखला जीती थी। पूर्व भारतीय कप्तान ने टीम इंडिया की बेंच स्ट्रेंथ को भी मजबूत बताते हुए कहा कि नए खिलाड़ियों को अच्छा प्रदर्शन करने के लिए कुछ वक्त मिलना चाहिए।
उन्होंने कहा कि कुछ खिलाड़ी प्रदर्शन करने में वक्त लगाते हैं। सुब्रमण्यम बद्रीनाथ में अच्छी प्रतिभा और तकनीक दोनों है और उनमें जल्दी सीखने की ललक भी है। (नईदुनिया)