Last Modified: नई दिल्ली (भाषा) ,
सोमवार, 24 मार्च 2008 (19:00 IST)
बेहतर तरीके से लग सकती थी बोली
पाकिस्तान के पूर्व कप्तान इंजमाम उल हक और मर्वन अटापट्टू ने भी एडम गिलक्रिस्ट और राहुल द्रविड़ की हाँ में हाँ मिलाते हुए आज यहाँ कहा कि इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में खिलाड़ियों से अनुबंध के लिए सीधे बोली की बजाय बेहतर तरीका अपनाया जा सकता था।
इंजमाम ने कहा कि मुझे लगता है कि जब आपको यह सुनना अच्छा नहीं लगता है कि एक क्रिकेटर की बोली लगी। इंडियन क्रिकेट लीग में लाहौर बादशाह टीम के कप्तान ने कहा कि अनुबंध भी एक तरह की बोली ही है लेकिन वह बेहतर तरीका है और मुझे लगता है कि उन्हें भी इस तरह की बोली लगाकर उसके लिए बेहतर तरीका अपनाना चाहिए था।
गिलक्रिस्ट ने कहा कि आईपीएल में बोली लगने के बाद उन्हें ऐसा लगा मानो वह गाय हों जबकि द्रविड़ ने कहा था कि उन्हें यह पसंद नहीं है और आशा जताई कि भविष्य में ऐसा नहीं होगा।
आईसीएल में दिल्ली जाइंट्स के कप्तान अटापट्टू को लगता है कि आईपीएल की बोली सम्मानित तरीके से लगाई जा सकती थी। उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि बोली आपकी योग्यता का संकेत है ठीक रैकिंग की तरह। यह कहा जा सकता है कि उन्हें खुलेआम ऐसा नहीं करना चाहिए था। हो सकता है कि कुछ को यह बुरा लगा हो लेकिन अन्य खेलों जैसे कि फुटबॉल में ऐसा चल रहा है।
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व टेस्ट क्रिकेटर और आईसीएल में अहमदाबाद राकेट्स के कप्तान डेमियन मार्टिन ने हालाँकि कहा कि वह आईपीएल की गतिविधियों पर कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि मैं आईसीएल से जुड़ा हूँ और उसी पर ध्यान दे रहा हूँ। मुझे तो यह भी पता नहीं है कि ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट में क्या हो रहा है।
एक अन्य पूर्व ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी स्टुअर्ट ला ने हालाँकि आईपीएल की बोली को एक नया विचार बताया लेकिन साथ ही कहा कि वह आईसीएल से जुड़कर खुश हैं।
उन्होंने कहा कि यह आकर्षक और नवीन विचार है। खिलाड़ियों की बोली लग रही है। आप इसको दोनों तरह से देख सकते हैं। मुझे लगता है कि रिकी पोंटिंग जैसे खिलाड़ियों की बोली कम लगी है तो उन्हें बुरा लग रहा होगा।