फ्रेंचाइजी के शुल्क में कटौती की मांग नामंजूर
भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) की कार्यकारी समिति ने इंडियन प्रीमियर लीग की फ्रेंचाइजी कोच्चि टस्कर्स केरल और सहारा पुणे वारियर्स की फ्रेंचाइजी शुल्क में कटौती की माँग नामंजूर कर दी।इन दोनों फ्रेंचाइजी ने इस आधार पर शुल्क में कटौती के लिए कहा था कि बीसीसीआई ने इस सत्र में मैचों की संख्या के संदर्भ में निविदा की शर्तों को पूरा नहीं किया है। उन्होंने पहले ही वाषिर्क किस्त का 75 प्रतिशत चुकता कर दिया है और वह बाकी बची राशि में छूट चाहते हैं। हालाँकि इन फ्रेंचाइजी का यह आग्रह बुधवार को यहां कार्यकारी समिति की बैठक में नामंजूर कर दिया गया ।कोच्चि और पुणे फ्रेंचाइजी का कहना था कि अनुबंध के अनुसार प्रत्येक टीम घरेलू और बाहरी आधार पर कुल 18 मैच खेलेगी लेकिन बीसीसीआई ने इनकी संख्या घटाकर 14 कर दी है तथा खिलाड़ियों को थकान से बचाने के लिये कुल मैचों की संख्या 94 से घटाकर 74 कर दी है।पुणे और कोच्चि फ्रेंचाइजी को क्रमश: 370 मिलियन डॉलर और 333 मिलियन डॉलर में खरीदा गया था। फ्रेंचाइजी को यह शुल्क प्रतिवर्ष दस प्रतिशत के हिसाब से किस्तों में चुकता करनी है।इस बीच सूत्रों ने बताया कि सीनियर क्रिकेटरों को वेस्टइंडीज दौरे में विश्राम देने के मसले पर बैठक में चर्चा नहीं हुई। भारत को चार जून से दस जुलाई तक कैरेबियाई दौरे में एक ट्वेंटी-20, पांच वन डे और तीन टेस्ट मैच खेलने हैं। (भाषा)