फिक्सिंग के साये में चैंपियन्स लीग
क्रिकेट जगत को दहलाने वाले स्पॉट फिक्सिंग के साये में चैंपियन्स लीग ट्वेंटी-20 टूर्नामेंट शुक्रवार से यहाँ शुरू होगा, जिस पर आईसीसी के भ्रष्टाचाररोधी और सुरक्षा इकाई (एसीएसयू) की कड़ी निगाहें लगी रहेंगी।इंडियन प्रीमियर लीग में चोटी पर रही तीन टीमों के अलावा ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका की दो-दो तथा श्रीलंका, न्यूजीलैंड और वेस्टइंडीज की एक-एक टीम भाग ले रही है। दो सप्ताह तक चलने वाले इस टूर्नामेंट की शुरुआत आईपीएल के उपविजेता मुंबई इंडियन्स और दक्षिण अफ्रीका की हाईवेल्ड लायन्स के बीच होने वाले मैच से होगा।पाकिस्तानी क्रिकेटरों के स्पॉट फिक्सिंग में फँसने से यह टूर्नामेंट शुरू होने से पहले लोगों का ध्यान खींचने में असफल रहा है। इस नए प्रकरण के कारण आयोजकों ने कहा है कि वह स्पॉट फिक्सिंग जैसी किसी भी घटना को रोकने के लिए कड़े कदम उठाएँगे।भारत की तीनों टीमों के लिए यह महत्वपूर्ण टूर्नामेंट है क्योंकि पिछले साल इस टूर्नामेंट में भारतीय टीमों का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा था। मुंबई के अलावा इस टूर्नामेंट में आईपीएल चैंपियन्स चेन्नई सुपर किंग्स और तीसरे स्थान पर रहा रॉयल चैलेंजर्स बेंगलूर ने भी कड़ी चुनौतियों का सामना करने के लिए कमर कस ली है।ऑस्ट्रेलिया की तरफ से साउथ ऑस्ट्रेलियन रेडबैक्स और विक्टोरियन बुशरेंजर्स तथा दक्षिण अफ्रीका से वारियर्स और हाईवेल्ड लायन्स खिताब की दावेदारी पेश करेंगे।इनके अलावा सेंट्रल स्टैग्स (न्यूजीलैंड), वायम्बा इलेवन्स (श्रीलंका) और गयाना (वेस्टइंडीज) भी मैदान में है।पिछली बार चैंपियन्स लीग में जिन भारतीय टीमों ने भाग लिया था वे प्रभाव छोड़ने में असफल रही थी लेकिन इस बार मुंबई, चेन्नई या बेंगलूर उसमें सुधार करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की अगुवाई वाली टीम चेन्नई आईपीएल की अपनी सफलता को चैंपियन्स लीग में भी दोहराने के लिए बेताब है। उसके पास मैथ्यू हेडन, माइकल हस्सी, सुरेश रैना, एल्बी मोर्कल और जस्टिन केंप जैसे बिग हिटर है। गेंदबाजी में उसके आक्रमण की अगुवाई आफ स्पिनर मुथैया मुरलीधरन करेंगे।चेन्नई सुपरकिंग्स को ग्रुप 'ए' से सेमीफाइनल में पहुँचने का प्रबल दावेदार माना जा रहा है। ग्रुप 'ए' में वारियर्स, विक्टोरिया, वायम्बा और सेंट्रल स्टैग्स की टीमें भी शामिल हैं।बेंगलूर पिछली बार भी चैंपियन्स लीग में खेला था लेकिन अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाया था। इस बार उसकी बल्लेबाजी काफी मजबूत है जिसमें भरोसेमंद राहुल द्रविड़, न्यूजीलैंड के विस्फोटक बल्लेबाज रोस टेलर और दक्षिण अफ्रीकी ऑलराउंडर जैक्स कैलिस महत्वपूर्ण है। कप्तान अनिल कुंबले जहाँ स्पिन विभाग का जिम्मा संभालेंगे वहीं तेज गेंदबाजी के आक्रमण की अगुआई डेल स्टेन करेंगे।कैलिस और टेलर की स्थानीय टीमें क्रमश: वारियर्स और सेंट्रल स्टैग्स भी टूर्नामेंट में भाग ले रही हैं लेकिन आईपीएल टीम ने इन दोनों खिलाड़ियों को उनकी संबंधित स्थानीय टीमों को दो लाख डालर देकर खरीदा है। कुंबले ने कहा सबसे बड़ी चुनौती यहाँ की परिस्थितियों से तालमेल बिठाना और टूर्नामेंट की अच्छी शुरुआत करना है। तेंडुलकर ने कहा यहां भाग लेने वाली टीमें क्रिकेट खेलने वाले देशों की चैंपियन टीमें हैं इसलिए मुकाबला कड़ा होगा। यह चुनौतीपूर्ण टूर्नामेंट होगा तथा इसमें विश्वस्तरीय खिलाड़ी भाग ले रहे हैं। मुंबई के ग्रुप में बेंगलूर, हाईवेल्ड लायन्स, साउथ ऑस्ट्रेलिया और गयाना शामिल हैं। मुंबई कल हाईवेल्ड लायन्स से भिड़ेगा जिसे अंडरडाग माना जा रहा है। उसे स्थानीय दर्शकों का समर्थन मिलेगा जबकि उसके पास एल्विरो पीटरसन और नील मैकेंजी जैसे अच्छे बल्लेबाज भी हैं। इस टूर्नामेंट के मैच जोहानसबर्ग, प्रिटोरिया, डरबन और पोर्ट एलिजाबेथ में खेले जाएँगे। फाइनल 26 सितंबर को होगा। (भाषा)