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Written By भाषा
Last Modified: नई दिल्ली , बुधवार, 12 मई 2010 (16:49 IST)

धोनी की टीम बहाने बनाना बंद करे

ट्वेंटी 20 विश्व कप भारतीय टीम खराब रणनीति आईपीएल की थकान महेंद्र सिंह धोनी
WD
पूर्व क्रिकेट खिलाड़ियों ने ट्वेंटी-20 विश्व कप से भारतीय टीम की शर्मनाक विदाई के बाद कहा कि खराब रणनीति, आईपीएल की थकान और शॉर्ट पिच गेंदों से तालमेल नहीं बिठा पाने के कारण महेंद्र सिंह धोनी की अगुआई वाली टीम की यह हालत हुई।

क्रिकेटर से कमेंट्रेटर बने रवि शास्त्री का मानना है कि कैरेबियाई देश में निराशाजनक हार भारतीय कप्तान के तौर पर धोनी का सबसे बुरा प्रदर्शन है और उन्होंने धोनी को अपने दृष्टिकोण में और लचीलापन लाने की सलाह दी है।

शास्त्री ने कहा कि हार का केवल एक कारण बताना काफी मुश्किल है लेकिन धोनी ने जितने भी टूर्नामेंटों में भारत की कप्तानी की है उनमें से यह सबसे निराशाजनक है।

उन्होंने कहा कि कुछ मौकों पर आप अपने विचार को लेकर जिद्दी हो सकते हैं लेकिन उन्हें भविष्य में कुछ ज्यादा लचीला रूख अपनाने की जरूरत है। शास्त्री ने साथ ही कहा कि चयनकर्ताओं को ऐसे ट्वेंटी-20 खिलाड़ियों को तलाशना चाहिए जो हर परिस्थिति में खेल सकते हों।

भारतीय टीम के पूर्व कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन भी शास्त्री की बात से पूरा इत्तेफाक रखते हैं और उन्होंने कहा जाहिर तौर पर अगर आप रात भर जागते हो तो इसका आप पर असर पड़ता है। खिलाड़ी भी इसके लिए काफी हद तक जिम्मेदार हैं। पार्टी से ज्यादा खेल महत्वपूर्ण होता है। हार के बाद इस तरह के बहाने नहीं बनाए जा सकते। पूर्व कप्तान अजहर ने कहा कि एक खिलाड़ी के तौर पर क्रिकेट सर्वोपरि है जबकि बाकी चीजें बाद में आती हैं।

वहीं 1983 विश्व कप विजेता भारतीय टीम के सदस्य रहे मदन लाल ने धोनी के ‘बचकाने बहानों’ पर नाखुशी जताई। उन्होंने कहा मुझे नहीं लगता कि यह कारण है। इन पार्टियों में शामिल होने के लिए उन पर किसका दबाव था। वह मना कर सकते थे। मुझे नहीं लगता कि उन्हें यह सब कहना चाहिए। ये बचकाने बहाने हैं।

पूर्व मुख्य चयनकर्ता सैयद किरमानी ने कहा कि भारतीय खिलाड़ियों में एकाग्रता की कमी दिखी और वे हार के लिए थकान को दोषी नहीं ठहरा सकते। उन्होंने कहा कि अगर खिलाड़ी थके हुए थे तो उन्हें बोर्ड से आराम के लिए कहना चाहिए था। मैं उनकी आलोचना नहीं करना चाहता क्योंकि वे फिलहाल बुरे दौर से गुजर रहे हैं। (भाषा)