Last Modified: ब्रिजटाउन (भाषा) ,
सोमवार, 4 जून 2007 (06:04 IST)
गिलक्रिस्ट की शानदार पारी का राज
श्रीलंका के खिलाफ विश्व कप फाइनल में धुँआधार 149 रन बनाने वाले एडम गिलक्रिस्ट की इस आक्रामक पारी का राज दस्ताने में रखी स्क्वॉश की आधी कटी गेंद थी।
गिलक्रिस्ट की सांस रोक देने वाली पारी से ऑस्ट्रेलिया ने इस उप-महाद्वीपीय टीम पर 53 रन से जीत दर्ज की। गिलक्रिस्ट ने 104 गेंद का सामना कर 13 चौके और आठ छक्के लगाए। जब भी गिलक्रिस्ट एक छक्का लगाते तो वह इसके लिए अपने दस्ताने की ओर इशारा करते। इसके बाद उन्होंने मीडिया के सामने भी इस राज का खुलासा किया।
गिलक्रिस्ट ने कहा विश्व कप से पहले मैं दस्ताने में स्क्वॉश की आधी गेंद को दस्ताने में रखकर इंडोर अभ्यास करते थे और अपनी पकड़ सुधारने की कोशिश करते थे। मेरे दोस्त पूर्व वेस्टर्न ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी बॉब मुलेमैन ने कहा कि अगर मैं इससे सहज महसूस करूँ तो इससे मुझे फायदा मिलेगा। मुझे उनका शुक्रिया अदा करना चाहिए कि इसे सही तरीके से रखा और ऐसा ही क्रीज पर हुआ।
इस युक्ति ने अपना काम किया और 35 वर्षीय विकेटकीपर बल्लेबाज ने विश्व कप फाइनल में सर्वश्रेष्ठ पारी खेली। गिलक्रिस्ट ने चार साल पहले भारत के खिलाफ विश्व कप के फाइनल में खेली 140 रन की नाबाद पारी को याद दिला दिया।
बाँए हाथ के इस बल्लेबाज ने माना कि विश्व कप फाइनल से पहले के मैचों दौरान अपने प्रदर्शन से हताश थे। गिलक्रिस्ट ने कहा यह मेरे लिए निराशाजनक था। मैं कुछ मैचों में कम रन बनाए और दो में 40 रन बनाए, लेकिन कोई भी बड़ी पारी नहीं खेली।
ड्रेसिंग रूम में सभी खिलाड़ियों ने अपने मानक बनाए हुए हैं कि अगर आप अच्छा नहीं खेलते तो आप खुद पर दबाव बना लेते हो। अगर इस तरह देखा जाए तो यह मेरे लिए राहत भरा रहा। इसके बाद ड्रेसिंग रूम से ही नहीं चारों ओर से गिलक्रिस्ट को बधाई मिली।
श्रीलंकाई टीम के कप्तान ने गिलक्रिस्ट के बारे में कहा यह बहुत शानदार और रोमांचक पारी थी। उन्होंने हमारे खिलाफ ब्रिसबेन में हुई वीबी श्रृंखला के फाइनल में भी ऐसा ही किया था। उन्होंने काफी बेहतरीन शॉट खेले। जब गिली मूड में होते तो लक्ष्य का पीछा करना बहुत मुश्किल हो जाता है।
जयवर्द्धने ने कहा मुझे नहीं लगता कि उन्होंने इससे बेहतर पारी कभी और खेली है। उन्होंने कुछ नहीं छोड़ा और अपने बल्ले से चारों ओर रन बनाए। जो भी पारियाँ हमने देखी हैं उनमें यह सर्वश्रेष्ठ हो सकती है।
गिलक्रिस्ट ने संन्यास ले रहे तेज गेंदबाज ग्लेन मैग्राथ और कोच जॉन बुकानन को उनके योगदान पर धन्यवाद दिया। उन्होंने अपने साथी मैथ्यू हैडन का भी शुक्रिया अदा किया, जिनके साथ फाइनल में उन्होंने 172 रन की साझेदारी की।
गिलक्रिस्ट ने विश्व कप में आठ छक्कों के रिकॉर्ड की बराबरी की। वह ऑस्ट्रेलियाई की लगातार तीनों खिताबी जीतों का हिस्सा रह चुके हैं, लेकिन उन्होंने इस विश्व कप को टीम की योग्यता के आधार पर सबसे सफल बताया क्योंकि इससे पहले उनकी टीम पर कई सवाल उठे थे।