• Webdunia Deals
  1. खेल-संसार
  2. »
  3. क्रिकेट
  4. »
  5. समाचार
Written By भाषा
Last Modified: लंदन (भाषा) , रविवार, 3 जून 2007 (03:18 IST)

कैरेबियाई क्रिकेट संकट के दौर में : सरवन

रामनरेश सरवन वेस्टइंडीज
वेस्टइंडीज के नए कप्तान रामनरेश सरवन ने स्वीकार किया है कि कैरेबियाई क्रिकेट संकट के दौर से गुजर रहा है। उन्होंने हालाँकि यह भी उम्मीद जताई कि इस संकट को दूर करने में वह मदद कर सकेंगे।

विश्व कप में मेजबान वेस्टइंडीज के सुपर आठ चरण से बाहर होते ही ब्रायन लारा के कप्तानी छोड़ने के बाद सरवन को टीम की बागडोर सौंपी गई। उनकी कप्तानी में कैरेबियाई टीम इन दिनों इंग्लैंड दौरे पर आई है जहाँ उसे अगले सप्ताह लॉर्ड्‌स पर पहला टेस्ट खेलना है।

सरवन का इरादा वेस्टइंडीज क्रिकेट के इस नए दौर का श्रीगणेश जीत के साथ करने का है। उन्होंने बीबीसी स्पोर्ट्‌स से बातचीत में कहा कि हम संकट की स्थिति में हैं। हमारे लिए एक टीम के रूप में एकजुट होकर कैरेबियाई क्रिकेट को आगे ले जाने की जिम्मेदारी है।

26 बरस के इस कप्तान ने कहा कि यह रातों-रात नहीं होने वाला। यह एक लंबी प्रक्रिया है। उन्होंने कहा कि निश्चित तौर पर हमें ब्रायन लारा की कमी खलेगी, लेकिन यह युवा खिलाड़ियों की टीम है जो मैदान पर अच्छा खेलने को लेकर काफी रोमांचित हैं।

वेस्टइंडीज टीम को 4 टेस्ट मैचों की इस सिरीज के लिए अधिक अभ्यास नहीं मिल सका। टीम बुधवार को यहाँ पहुँची और शुरुआती टेस्ट से पहले उसे महज एक 3 दिवसीय अभ्यास मैच समरसेट से खेलना है।

इसके बावजूद सरवन को पूरी उम्मीद है कि उनकी टीम 1997-98 के बाद इंग्लैंड में पहली टेस्ट सिरीज जीतेगी। उन्होंने कहा निश्चित तौर पर हम यह जीत सकते हैं। हम यहाँ जीतने ही आए हैं।

उन्होंने कहा कि हम सकारात्मक सोच के साथ उतरेंगे जिसका पिछले कुछ समय में अभाव देखा गया। यदि हम ऐसा कर सके तो इससे ज्यादा खुशी की बात क्या होगी।

उन्होंने कहा कि दोनों टीमें फॉर्म और आत्मविश्वास हासिल करने के लिए संघर्ष कर रही हैं। सरवन ने कहा विश्व कप में अच्छा नहीं खेल पाने के बाद से दोनों टीमें दबाव में हैं। हमें काफी एहतियात के साथ खेलना होगा। वैसे इंग्लैंड में भी आत्मविश्वास की कमी झलक रही है।

उन्होंने कहा कि ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सिरीज में उनका प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा था। दोनों टीमों के पास फॉर्म में लौटने का यह सुनहरा मौका है। नए कप्तान का जोर टीम को अधिक अनुशासित बनाने पर भी है। उन्होंने कहा कि जब हम वेस्टइंडीज में खेल रहे थे तो टीम पर अनुशासनहीनता के कई आरोप लगे थे।

उन्होंने कहा ये अफवाहें दुर्भाग्यपूर्ण हैं, लेकिन टीम जब अच्छा नहीं खेलती है तो अँगुलियाँ उठनी स्वाभाविक हैं। सरवन ने कहा कि बोर्ड को यह समझना होगा कि वेस्टइंडीज क्रिकेट को आगे ले जाने के लिए एक दो चीजें बदलनी होगी। इसमें अनुशासन काफी महत्वपूर्ण है।