इंग्लैंड के सामने श्रीलंका की चुनौती
वेलिंगटन। मुश्किलों का सामना कर रही इंग्लैंड की टीम रविवार को यहां 1996 के चैंपियन श्रीलंका के खिलाफ क्रिकेट विश्व कप के पूल ए मैच में जीत के साथ टूर्नामेंट में अपनी स्थिति बेहतर करने के इरादे के साथ उतरेगी।
विश्व कप के सहमेजबानों ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के हाथों पहले दो मैचों में करारी हार के बाद इयोन मोर्गन की अगुआई वाली इंग्लैंड की टीम ने अपने पिछले मैच में स्कॉटलैंड को हराया।
इंग्लैंड की टीम हालांकि शीर्ष 8 में शामिल टीमों को नहीं हरा पाने के बावजूद क्वार्टर फाइनल में जगह बना सकती है। उसे अपने अगले दो मैचों में बांग्लादेश और अफगानिस्तान का सामना करना है।
लेकिन इंग्लैंड के ऑलराउंडर क्रिस वोक्स का मानना है कि एंजेलो मैथ्यूज की अगुआई वाली श्रीलंका की टीम को रविवार को वेस्टपैक स्टेडियम में हराने से टीम का आत्मविश्वास काफी बढ़ेगा।
वोक्स ने कहा कि यह महत्वपूर्ण है कि हम बड़ी टीमों के खिलाफ अच्छा प्रदर्शन करें। टूर्नामेंट में पहले ही दो मैच गंवाने के बाद रविवार को का मैच काफी बड़ा है। श्रीलंका की टीम अच्छी है इसलिए हमें पता है कि हमें बेहतर प्रदर्शन करना होगा।
उन्होंने कहा कि हम क्वार्टर फाइनल में जगह बनाना चाहते हैं और आपको इस दौरान बड़ी टीमों को हराना होगा। रविवार को बेशक हमारे पास बड़ा मौका होगा।
श्रीलंका की भी टूर्नामेंट की शुरुआत अच्छी नहीं रही। उसे पहले ही मैच में मेजबान न्यूजीलैंड ने हराया लेकिन बाद में टीम वापसी करने में सफल रही। श्रीलंका ने अफगानिस्तान को चार विकेट से हराने के बाद बांग्लादेश को 92 रन से शिकस्त दी। टीम के कोच मर्वन अटापट्टू ने हालांकि कहा कि उनकी टीम इंग्लैंड को कमतर नहीं आंक रही है।
अटापट्टू ने इंग्लैंड की गेंदबाजी के संदर्भ में कहा कि उनका तेज गेंदबाजी आक्रमण काफी अच्छा है। टूर्नामेंट का प्रारूप ऐसा है कि हमें आत्ममुग्धता से बचना होगा। हमें लगातार अपना सर्वश्रेष्ठ क्रिकेट खेलना होगा। उन्होंने कहा कि उनकी टीम संतुलित है। हाल में हालांकि अपने प्रदर्शन से वे काफी खुश नहीं होंगे। (भाषा)