Last Updated :नई दिल्ली , मंगलवार, 27 जून 2017 (18:41 IST)
2199 करोड़ खर्च कर वीवो बना आईपीएल का प्रायोजक
नई दिल्ली। चाइनीज़ मोबाइल कंपनी वीवो पिछली बार की तुलना में 500 गुना अधिक की बोली लगाकर इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) ट्वंटी 20 टूर्नामेंट के लिए वर्ष 2018 से 2022 तक अगले पांच वर्षों के लिए टाइटल प्रायोजक बनी रहेगी।
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने मंगलवार को इसकी घोषणा की। बोर्ड ने बताया कि वीवो मोबाइल कंपनी अगले पांच वर्षों तक आईपीएल ट्वंटी 20 क्रिकेट टूर्नामेंट के लिए प्रायोजक बनी रहेगी। स्मार्टफोन बनाने वाली कंपनी ने इस प्रायोजन अधिकार को हासिल करने के लिए 2199 करोड़ रुपए की बोली लगाई, जो पिछली बार की तुलना में 554 फीसदी अधिक है। इससे पहले उसने दो वर्ष आईपीएल के 2016-17 सत्रों के लिए यह प्रायोजन हासिल किया था।
आईपीएल के 2018 से 2022 संस्करण यानी अगले पांच वर्षों तक वीवो टूर्नामेंट का टाइटल स्पोंसर रहेगा। कंपनी आईपीएल में खेल स्पर्धाओं, मार्केंटिंग आदि से जुड़ी रहेगी। आईपीएल के चेयरमैन राजीव शुक्ला ने इसे लेकर कहा 'हम वीवो के साथ एक बार फिर जुड़कर खुश हैं, जो अगले पांच वर्षों तक हमारा टाइटल स्पोंसर होगा। वीवो के साथ हमारा पिछले दो सत्रों में साथ रहा है और हमें यकीन है कि आगे यह साथ और बढ़ा और बेहतर होगा।'
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के कार्यवाहक अध्यक्ष सीके खन्ना ने कहा 'वीवो ने बाज़ार में एक बड़े ब्रांड के रूप में पहचान बनाई है। हम वीवो को अपना टाइटल स्पोंसर बनाकर खुश हैं।'
वहीं कार्यवाहक सचिव अमिताभ चौधरी ने भी इस एसोसिएशन पर खुशी जताते हुए कहा 'हमें टाइटल स्पोंसरशिप पाने वाले उम्मीदवारों में कमाल की होड़ देखने को मिली और वीवो को दोबारा आईपीएल से जोड़ने पर हम खुश हैं। इस ब्रांड के साथ अब हमारा रिश्ता अगले पांच वर्षों के लिए होगा।'
करार के नवीनीकरण के लिए विवो ने एक अन्य मोबाइल निर्माता कंपनी ओप्पो को पीछे छोड़ा जिसने रिपोर्टों के अनुसार 1430 करोड़ रुपए की बोली लगाई थी। विवो ने इससे पहले पेप्सी की जगह टाइटिल अधिकार हासिल किए थे। । बीसीसीआई ने टाइटल स्पोंसर के लिए इस वर्ष टेंडर निकाले थे, जो 21 जून से शुरू थे और इसकी आखिरी तारीख 27 जून तक थी।