वीरेंद्र सहवाग नहीं जानते थे कि 'टाइम' नाम की कोई पत्रिका है
नई दिल्ली। अमेरिका की मशहूर पत्रिका 'टाइम' का पत्रकार एक बार वीरेंद्र सहवाग का साक्षात्कार करना चाहता था लेकिन भारत के इस स्टार बल्लेबाज ने शुरू में इसलिए बात करने से मना कर दिया था, क्योंकि वे उस समय नहीं जानते थे कि इस तरह की कोई पत्रिका भी निकलती है।
सहवाग ने यह खुलासा स्टैंड अप कॉमेडियन विक्रम साथये के कार्यक्रम 'वॉट द डक' में किया जिसे व्यूक्लिप के जरिए देखा जा सकता है।
सहवाग ने बताया कि एक समय 'टाइम' पत्रिका उनका इंटरव्यू करने के लिए बेताब थी लेकिन वे इस पत्रिका के बारे में नहीं जानते थे, क्योंकि मेरे गृहनगर नजफगढ़ में 'टाइम' मैगजीन कोई नहीं पढ़ता है।
यहां जारी विज्ञप्ति के अनुसार इस कार्यक्रम में सहवाग के अलावा सचिन तेंदुलकर, राहुल द्रविड़, गौतम गंभीर, हरभजन सिंह, इरफान पठान और जहीर खान जैसे खिलाड़ियों से मैदान के किस्सों, ड्रेसिंग रूम में चलने वाले मजाक और उनकी पसंद-नापसंद के बारे में बात की गई है।
इस कार्यक्रम में सचिन तेंदुलकर ने बताया कि कैसे 1999 विश्व कप से पहले अंधविश्वास के कारण उन्होंने बतख (डक) का मांस नहीं खाया था। इरफान पठान ने अपने घर बनने वाली बिरयानी की खासियत बताई है तो जहीर खान ने छींटाकशी की कला कैसे सीखी इसका खुलासा किया है। (भाषा)