नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली ने शादी के बाद फिर से क्रिकेट से जुड़ते हुए कहा कि क्रिकेट उनके खून में है और इसमें फिर से वापसी करना उनके लिए कोई मुश्किल काम नहीं है।
भारतीय क्रिकेट टीम कप्तान विराट के नेतृत्व में नए वर्ष का आगाज़ दक्षिण अफ्रीका की ज़मीन पर करेगी, जहां उस पर अफ्रीकी ज़मीन पर 25 वर्षों की जीत का सूखा खत्म करने की चुनौती होगी। भारत को पांच जनवरी से दक्षिण अफ्रीका दौरे में तीन टेस्ट, छह वनडे और तीन टी-20 मैचों की सीरीज़ खेलनी है। भारतीय टीम बुधवार को दक्षिण अफ्रीका दौरे के लिए रवाना हो गई।
विराट ने दक्षिण अफ्रीका दौरे पर रवाना होने से पहले कहा, पिछले तीन सप्ताह हम दोनों (विराट-अनुष्का) के लिए खास था, लेकिन फिर से क्रिकेट से जुड़ना मेरे लिए कोई मुश्किल काम नहीं है, क्योंकि क्रिकेट मेरे खून में है।
उन्होंने साथ ही कहा, पिछले तीन सप्ताह के दौरान मैं अभ्यास कर रहा था ताकि दक्षिण अफ्रीका में खेल सकूं। क्रिकेट से दूर रहकर भी मेरे दिमाग में यही था कि एक काफी महत्वपूर्ण दौरा होने वाला है। विदेशों में जीत दर्ज करने के लिए आपको लंबे समय तक क्रिकेट खेलने की जरुरत होती है।
उन्होंने कहा, इस दौरे पर हम वह करना चाहते हैं जो पिछली बार नहीं कर सके थे। भारत दक्षिण अफ्रीका के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी के बाद वहां वर्ष 1992-93 में वहां का दौरा करने वाली पहली टीम थी और तब उसने चार मैचों की सीरीज़ 0-1 से गंवाई थी। इसके बाद से भारत फिर कभी उसकी ज़मीन पर टेस्ट सीरीज़ नहीं जीत सका।
विराट ने दक्षिण अफ्रीका के मुश्किल हालात के बारे में कहा, यह सब कुछ आपकी मनोदशा पर निर्भर करता है। क्रिकेट गेंद और बल्ले का खेल है। अगर आप मानसिक रूप से वहां नहीं हैं, तो हर तरह के हालात आपको घरेलू जैसे ही लगते हैं। विदेशों में अच्छा प्रदर्शन करने के लिए आपको वहां की संस्कृति में पूरी तरह से ढलना होता है। अच्छा प्रदर्शन करने के लिए रोमांच भी होना जरूरी है।
भारत ने दक्षिण अफ्रीका में वर्ष 1996-97 में तीन मैचों की सीरीज़ में फिर 0-2 से शिकस्त झेली। वर्ष 2001-02 में वह दो मैचों की सीरीज़ में 0-1 से, 2006-07 में तीन मैचों की सीरीज़ में 1-2 से पराजित रही। वर्ष 2010-11 में तीन मैचों की सीरीज़ में उसने 1-1 से ड्रॉ खेला जबकि वर्ष 2013-14 में दक्षिण अफ्रीका के अपने आखिरी दौरे में भारतीय टीम दो मैचों की सीरीज़ में 0-1 से पराजित रही।
भारत का घरेलू मैदान पर रिकॉर्ड बेहतरीन है, लेकिन विदेशी जमीन पर उसका प्रदर्शन मजबूत नहीं रहा है और उसने अपनी आखिरी टेस्ट सीरीज़ विदेशी जमीन पर न्यूजीलैंड में करीब नौ वर्ष पहले जीती थी। भारत ने न्यूजीलैंड को तीन मैचों की सीरीज़ में 1-0 से हराया था।
विराट ने कहा, हमारा काम अपनी क्षमता के अनुसार, शत-प्रतिशत प्रदर्शन करना है। हम वहां क्रिकेट खेलने जा रहे हैं और हमारे लिए यह कोई मायने नहीं रखता कि हम कहां खेल रहे हैं। मेरा मानना है कि कि हम सही रास्ते पर हैं। बस, हमें यह करना है कि हमें इस पर ज्यादा ध्यान नहीं देना है। टीम विदेशों में प्रदर्शन करने को लेकर दबाव में नहीं हैं और पूरी तरह से आत्मविश्वास से लबरेज है।
भारत ने वेस्टइंडीज़ और श्रीलंका को भी उसी की ज़मीन पर हराया है और इससे टीम का आत्मविश्वास काफी बढ़ा है। इसके बाद माना जा रहा है कि इस बार उसका दक्षिण अफ्रीकी दौरा अलग रहने वाला है। हालांकि टीम के प्रमुख कोच रवि शास्त्री को लगता है कि दक्षिण अफ्रीका दौरा भारत के लिए काफी चुनौतीपूर्ण साबित होगा।
शास्त्री ने कहा, हम जानते हैं कि दक्षिण अफ्रीका दौरा बेहद चुनौतीपूर्ण साबित होगा, लेकिन खिलाड़ी इसके लिए पूरी तरह से तैयार हैं। हमने तीन साल पहले ऑस्ट्रेलिया का दौरा किया था, जहां हमने अच्छा किया था। इसके बाद फिर इंग्लैंड का भी दौरा किया। कुल मिलाकर हमारी तैयारियां अच्छी हैं। (वार्ता)