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Last Modified: बुधवार, 14 दिसंबर 2016 (18:11 IST)

45 और 33 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ने उतरेंगे विराट और अश्विन

45 और 33 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ने उतरेंगे विराट और अश्विन - Virat Kohli,  fifth Test, R Ashwin
चेन्नई। सफलता के रथ पर सवार भारतीय कप्तान विराट कोहली और अपने स्पिन के जादू से दुनिया को चमत्कृत कर चुके आफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन शुक्रवार से इंग्लैंड के खिलाफ यहां एम ए चिदंबरम स्टेडियम में शुरु होने वाले पांचवें और अंतिम क्रिकेट टेस्ट मैच में जब उतरेंगे तो उनके निशाने पर क्रमश: 45 और 33 साल पुराने रिकॉर्ड होंगे। 
 
           
क्रिकेट की एक मशहूर कहावत है कि रिकॉर्ड टूटने के लिए ही बनते हैं और महान ओपनर सुनील गावस्कर का एक सीरीज में सर्वाधिक रन बनाने का भारतीय रिकॉर्ड तथा उनके समकालीन कपिल देव का एक कैलेंडर वर्ष में सर्वाधिक 75 विकेट लेने का भारतीय रिकॉर्ड चेन्नई में टूट सकता है। 
          
गावस्कर ने 1970-71 में अपनी पहली ही सीरीज में वेस्टइंडीज की जमीन पर 774 रन बनाने का जो रिकॉर्ड बनाया था वह आज तक कायम है। यही नहीं भारतीय टेस्ट इतिहास में गावस्कर एकमात्र ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्होंने दो बार एक सीरीज में 700 से अधिक रन बनाए हैं। नई भारतीय रन मशीन विराट के पास आखिरी टेस्ट में गावस्कर का रिकॉर्ड तोड़ने का पूरा मौका रहेगा। 
           
मुंबई में चौथे टेस्ट में अपने करियर की सर्वश्रेष्ठ 235 रन की पारी खेलने वाले विराट मौजूदा सीरीज में अब तक 128.00 के औसत से 640 रन बना चुके हैं जिसमें दो शतक तथा दो अर्धशतक शामिल हैं। विराट को गावस्कर का 45 वर्ष पुराना रिकॉर्ड तोड़ने के लिए 135 रन की जरूरत है। 
 
विराट जिस फार्म में खेल रहे हैं, उसे देखते हुए यह रिकॉर्ड टूट सकता है लेकिन विराट के आड़े 'वरदा' तूफान आ सकता है जिसने तमिलनाडु में तबाही मचाई है और उसका असर चेन्नई टेस्ट पर भी दिखाई दे सकता है।
                     
पूर्व भारतीय कप्तान गावस्कर ने 1970-71 की सीरीज में चार टेस्टों में ही 154.80 के औसत से 774 रन बनाए थे। गावस्कर ने इसके बाद 1978-79 में वेस्टइंडीज के खिलाफ घरेलू सीरीज में छह टेस्टों में 91.50 के औसत से 732 रन बनाए थे। इन दोनों ही सीरीज में गावस्कर ने 4-4 शतक ठोके थे।
                     
गावस्कर के इन कीर्तिमानों के नजदीक यदि कोई भारतीय बल्लेबाज पहुंचा है तो वह मौजूदा कप्तान विराट कोहली हैं जिन्हें इस समय दुनिया का सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज माना जा रहा है। विराट ने 2014-15 में आस्ट्रेलिया दौरे में चार टेस्टों में 86.50 के औसत से 692 रन बनाए थे और इस सीरीज में उन्होंने चार शतक बनाकर गावस्कर के एक सीरीज में चार शतकों के भारतीय रिकॉर्ड की बराबरी की थी।
                      
विराट ने इस साल तीन दोहरे शतक बनाए हैं। मुंबई टेस्ट के 235 रन से पहले विराट ने वेस्टइंडीज में 200 रन और न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू सीरीज में 211 रन बनाए थे। विराट इस साल 11 मैचों में 1200 रन बना चुके हैं और इस कैलेंडर वर्ष में सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाजों में चौथे नंबर पर हैं। अपने इस प्रदर्शन से विराट आईसीसी टेस्ट रैंकिंग में दूसरे नंबर पर पहुंच गए हैं। वह वनडे रैंकिंग में दूसरे और ट्वंटी-20 रैंकिंग में नंबर वन बल्लेबाज हैं। इस साल विराट के बल्ले से सबसे ज्यादा चार शतक निकले हैं।
           
विराट के अलावा सीरीज में रिकॉर्डतोड़ प्रदर्शन करने वाले आफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन चार मैचों में 27 विकेट हासिल कर चुके हैं जिसमें पारी में पांच विकेट तीन बार और टेस्ट में 10 विकेट एक बार शामिल हैं। अश्विन के हिस्से में इस साल 11 मैचों में 71 विकेट आ चुके हैं जिसमें पारी में पांच विकेट आठ बार और टेस्ट में 10 विकेट तीन बार शामिल हैं।
           
अश्विन के पास एक कैलेंडर वर्ष में पूर्व भारतीय तेज गेंदबाज कपिल देव का सर्वाधिक 75 विकेट लेने का रिकॉर्ड तोड़ने का शानदार मौका है। कपिल ने 1983 में 18 मैचों में 75 विकेट हासिल किए थे जबकि अश्विन ने 11 मैचों में 71 विकेट ले लिए हैं। अश्विन कपिल का रिकॉर्ड तोड़ने से मात्र पांच विकेट दूर हैं।
          
चेन्नई वैसे भी अश्विन का घरेलू मैदान है और इस मैदान में 2013 में उन्होंने आस्ट्रेलिया के खिलाफ कुल 12 विकेट हासिल किए थे1 अश्विन ने उस मैच में पहली पारी में 103 रन पर सात विकेट और दूसरी पारी में 95 रन पर पांच विकेट लिए थे। भारत ने यह मैच आठ विकेट से जीता था। यदि वरदा तूफान शांत हो जाता है तो हमें चिदंबर स्टेडियम में विराट और अश्विन रूपी तूफान उठ सकता है। (वार्ता)
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