हैदराबाद। भारतीय कप्तान विराट कोहली ने आज बांग्लादेशी टीम के खिलाफ सपाट पिच पर अच्छी गेंदबाजी करने के लिए अपने गेंदबाजों की प्रशंसा की। उन्होंने कहा खिलाड़ियों ने ही मुझे ऐसा कप्तान बनाया है।
भारत ने एकमात्र टेस्ट में बांग्लादेश को 208 रन से शिकस्त दी और यह मैच पांच दिन तक चला जबकि मेहमान टीम के दर्जे को देखते हुए इसके जल्दी समाप्त होने की उम्मीद थी। इस जीत से भारत ने लगातार 19 टेस्ट में जीत दर्ज करने की लय जारी रखी।
यह पूछने पर कि पिछले 19 टेस्ट में उन्होंने कप्तानी में कितना सुधार किया है तो कोहली ने कहा, ‘ईमानदारी से कहूं तो खिलाड़ी ही आपको ऐसा कप्तान बनाते हैं, जैसे आप हैं। सच कहूं तो कोई भी जानता है कि मैदान कैसे सजाया जाए, लेकिन आपको सुनिश्चित करना होता कि आप टीम की उर्जा को बरकरार रखने की जिम्मेदारी लो।’
उन्होंने कहा, ‘मैं खुद को मैदान में ऊर्जावान रखता हूं ताकि अन्य खिलाड़ी जान सकें कि उन्हें विकेट हासिल करना है।’ कोहली ने मैच के बाद की प्रेस कांफ्रेंस में कहा, ‘गेंदबाज जानते हैं कि उन्हें क्या करने की जरूरत है लेकिन रिंग के अंदर क्षेत्ररक्षकों को गेंदबाजों का उत्साहवर्धन करने की जरूरत है। सबसे पहले मुझे ऐसा करने की जरूरत है ताकि खिलाड़ियों को ऊर्जा दिखाई जा सके। मैं ऐसा बरकरार रखने में सफल रहा हूं। कई बार, आप जानते हो कि आप सिर्फ बतौर कप्तान इतना ही कर सकते हो।’ तेज गेंदबाजों के प्रदर्शन से भी कोहली संतुष्ट दिखे।
कोहली ने कहा, ‘बहुत अच्छा। इसका श्रेय हमारे गेंदबाजों को जाता है, जो इस तरह की पिच पर परिणाम हासिल करने में सफल रहे। यह देखते हुए कि विकेट बल्लेबाजी के लिए बहुत अच्छा था, हमें बांग्लादेश की पहली पारी के दौरान विकेट हासिल करने में थोड़ा संयम बरतना पड़ा। मुझे लगा उमेश यादव, भुवनेश्वर कुमार और ईशांत शर्मा पहली पारी में शानदार थे लेकिन इसमें उमेश सर्वश्रेष्ठ रहे।’
उन्होंने कहा, ‘दूसरी पारी में, सभी तीनों ने सचमुच अच्छी गेंदबाजी की लेकिन ईशांत सर्वश्रेष्ठ रहे। मैंने मैच के बाद कहा था कि हमारे स्पिनरों का स्तर हमारे तेज गेंदबाजों को आक्रामक बनने में मदद करता है क्योंकि जिस तरह से हमारे स्पिनर गेंदबाजी करते हैं, वे रन रोकते हैं, जैसे ही रिवर्स स्विंग शुरू होती है तो तेज गेंदबाज आक्रमण कर सकते हैं।’
कोहली ने कहा, ‘मुझे लगता है कि आज ईशांत का स्पैल सचमुच अच्छा था, उन्होंने रफ्तार से गेंदबाजी की और उस दौरान विकेट झटकने के लिए काफी प्रयास करना पड़ा। उसने क्रीज पर जमे दोनों बल्लेबाजों को आउट किया। यह हमारे लिए सचमुच काफी अच्छा रहा।’
बतौर कप्तान उनकी 19 मैचों की जीत के बारे में उन्होंने कहा, ‘मुझे नहीं लगता कि यह मेरी वजह से है। मेरा मतलब है कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हर कोई बेहतर करना चाहता है।’ कोहली ने कहा, ‘हम टीम के तौर पर खेल रहे हैं, जिससे इस टीम में काफी अंतर ला दिया है। अगर आप देखो तो शायद 2016 में मैंने काफी रन जुटाए लेकिन 2015 में भी हमने काफी मैच जीते थे। मैंने ज्यादा रन नहीं जोड़े लेकिन अन्य खिलाड़ियों ने रन जुटाए थे।’ (भाषा)