रॉयल लंदन कप 2021 में लंकाशायर की तरफ से खेलेंगे श्रेयस अय्यर
मैनचेस्टर:भारतीय बल्लेबाज श्रेयस अय्यर 2021 रॉयल लंदन कप (50 ओवर प्रारूप का टूर्नामेंट) के लिए इंग्लैंड की काउंटी क्लब लंकाशायर से जुड़ेंगे। क्लब ने सोमवार को यह घोषणा की।
क्लब ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर लिखा, लंकाशायर क्रिकेट को 2021 रॉयल लंदन क्लब के लिए विदेशी खिलाड़ी के तौर पर भारतीय अंतरराष्ट्रीय बल्लेबाज श्रेयस अय्यर से करार करने की घोषणा कर खुशी हो रही है।
क्लब ने बताया कि भारत के लिए 21 एकदिवसीय और 29 टी20 अंतरराष्ट्रीय खेल चुके अय्यर 50 ओवर के प्रारूप वाले इस टूर्नामेंट के शुरू होने से पहले 15 जुलाई को ओल्ड ट्रैफर्ड पहुंचेंगे। वह टीम के साथ एक महीने तक ग्रुप चरण के मैचों के लिए रहेंगे।
अय्यर ने कहा, लंकाशायर इंग्लैंड क्रिकेट में एक सम्मानित नाम है जिसका लंबे समय से भारतीय क्रिकेट के साथ संबंध रहा है। मैं लंकाशायर क्लब में फारूख इंजीनियर, सौरव गांगुली और वीवीएस लक्ष्मण जैसे महान खिलाड़ियों की विरासत को आगे बढ़ाने को लेकर सम्मानित महसूस कर रहा हूं।
लंकाशायर के क्रिकेट निदेशक, पॉल अलॉट ने कहा कि श्रेयस नयी पीढ़ी के भारतीय बल्लेबाजों की चमकते सितारों में से एक है।
उन्होंने कहा, हमने इस साल द हंड्रेड टूर्नामेंट के कारण रॉयल लंदन कप में युवा टीम उतारने का फैसला किया है। यह जरूरी था कि हम टूर्नामेंट में अपनी संभावनाओं को बढ़ाने के लिए शीर्ष शीर्ष क्रम की बल्लेबाजी में अंतरराष्ट्रीय स्तर के अनुभवी खिलाड़ी को रखे। श्रेयस के पास अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के अलावा आईपीएल में कप्तानी करने का भी अनुभव है।
फारूख इंजीनियर, गांगुली और लक्ष्मण के अलावा मुरली कार्तिक और दिनेश मोंगिया ने भी लंकाशायर का प्रतिनिधित्व किया है।लंकाशायर क्रिकेट क्लब ने सोमवार को एक विज्ञप्ति में कहा, ' ओल्ड ट्रेफर्ड मैदान पर भारत-इंग्लैंड टेस्ट के मद्देनजर और श्रेयस अय्यर के आगमन के जश्न के तौर पर लंकाशायर क्रिकेट वर्ष 2021 के दौरान एक विशेष भारतीय समर इवेंट की मेजबानी करेगा
इंग्लैंड के खिलाफ टी-20 सीरीज में विराट कोहली के बाद जिस भारतीय बल्लेबाज ने सबसे ज्यादा (121 रन) बनाए हैं वह श्रेयस अय्यर ही हैं। श्रेयस ने मुश्किल समय पर आकर यह रन बनाए। पहले मैच में उन्होंने अपने करियर की सर्वश्रेष्ठ टी-20 पारी (67 रन) खेली थी। पहले के बाद उन्होंने चौथे टी-20 में भी हार्दिक पांड्या के साथ तेज गति से रन बनाए जिसके कारण भारत 184 रनों तक पहुंच पाया। (भाषा)