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Last Modified: गुरुवार, 24 फ़रवरी 2022 (16:49 IST)

अभी नहीं तो कभी नहीं, सैमसन को भारतीय कप्तान ने दिया है आखिरी मौका

अभी नहीं तो कभी नहीं, सैमसन को भारतीय कप्तान ने दिया है आखिरी मौका - Sanju Samson gets a last chance to cement his place in Team India
लखनऊ:"इस लड़के में प्रतिभा तो है बॉस...मेरा मतलब है कि जब भी हमने इस लड़के को बल्लेबाज़ी करते देखा है, वह एक ऐसी पारी खेलते हैं, जिसे देखने के बाद लोग एक अलग ही दुनिया में चले जाते हैं। इस लड़के के पास सफल होने का हुनर ​​है।"

10 साल पहले आपने कितनी बार रोहित शर्मा के संदर्भ में इस वाक्यांश को सुना है?यह कोई पंडित या प्रशंसक या कप्तान हो सकता है, जो रोहित के बारे में ऐसा कह रहा हो। भले ही तब तक रोहित ने अपनी प्रतिभा को शीर्ष स्तर के परिणामों में तब्दील नहीं किया था।इस बात को इतनी बार कहा गया था और उस हद तक कहा गया था कि रोहित को "प्रतिभा" शब्द से नफरत होने लगी थी।

हालांकि अब वर्ष 2022 का समय है और हम देख रहे हैं कि रोहित अपनी प्रतिभा को रनों में बदल रहे हैं। साथ ही स्वत: रोहित किसी खिलाड़ी के बारे में ये सारी बातें कर रहे हैं। ऐसे में उस खिलाड़ी के बारे में आपको ज़रूर संज्ञान लेना चाहिए। संजू सैमसन को भारत ने अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपनी क्षमता का एहसास करने का और पहचानने का एक और मौक़ा दिया है।

श्रीलंका के ख़िलाफ़ तीन मैचों की टी20 सीरीज़ की पूर्व संध्या पर रोहित ने बुधवार को कहा, "वह बैकफु़ट पर काफ़ी मज़बूत हैं और उसके प्रयोग से कुछ शानदार शॉट लगाते हैं। कुछ शॉट्स जो आपने आईपीएल में देखे होंगे, पिक-अप पुल, कट शॉट, खड़े होकर गेंदबाज़ के सिर के ऊपर से गेंद को सीमा रेखा के बाहर पहुंचाना। इस तरह के शॉट खेलना आसान नहीं होता। मेरा मानना ​​है कि जब आप ऑस्ट्रेलिया जाते हैं (जहां अगला टी20 विश्व कप है) तो आपको उस तरह की शॉट बनाने की क्षमता की ज़रूरत होती है। सैमसन निश्चित रूप से एक ऐसे खिलाड़ी हैं, जो ऐसे शॉट्स खेल सकते हैं। मैं उसे शुभकामनाएं देता हूं और आशा करता हूं कि वह अपनी क्षमता का अधिकतम उपयोग करेंगे।"

फीका रहा है अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट का सफर

सैमसन ने छह साल की अवधि में भारत के लिए 10 टी20 और एक वनडे खेला है। उन्होंने इनमें से चार मैच उन्होंने तब खेला था, जब दूसरे दर्जे की भारतीय टीम पिछले साल श्रीलंका गई हुई थी। 11 अंतर्राष्ट्रीय मैचों में उनका सर्वोच्च स्कोर 46 है। घरेलू स्तर पर वह प्रथम श्रेणी क्रिकेट में रोहित के जैसे बल्लेबाज़ नहीं हैं, लेकिन वह टी 20 क्रिकेट में अलग स्तर के खिलाड़ी हैं। उन्हें जब भी टी20 क्रिकेट में खेलने का मौक़ा मिलता है, वह दिखा देते हैं कि उनके पास टी20 क्रिकेट में कुछ अलग और उच्च स्तर के प्रदर्शन करने का कौशल है। इसी कारणवश सैमसन के पास दिखाने कि लिए भले संख्या (रन) नहीं है, फिर भी उनकी तुलना अच्छे बल्लेबाज़ों में की जाती है।

संजू सैमसन को अब फिर एक बार राष्ट्रीय टीम में मौका मिला है। टीम के दीर्घकालीन लक्ष्य के साथ ही केएल राहुल के चोटिल होने के कारण ही उनको दूसरे विकेटकीपर के तौर पर श्रीलंका के खिलाफ सीरीज में शामिल किया गया।

रोहित ने कहा, "इस खेल हक़ीकत यही है। बहुत से लोगों के पास कौशल है, बहुत से लोगों के पास प्रतिभा है। हालांकि ज़्यादा महत्वपूर्ण यह है कि आप उस प्रतिभा का उपयोग करते कैसे करते हैं। मुझे लगता है कि अब संजू को यह समझना है कि वह प्रतिभा का उपयोग कैसे करना चाहता है और वह कैसे इसका अधिकतम लाभ उठा सकते हैं।"

"क्योंकि एक टीम के रूप में, एक टीम प्रबंधन के रूप में, हम संजू में बहुत अधिक क्षमता देखते हैं, उनमें बहुत सारी प्रतिभा है। हम जानते हैं कि उस खिलाड़ी में टीम को जीत दिलाने की क्षमता है। मुझे उम्मीद है कि जब भी उसे हमारे लिए खेलने का मौक़ा मिलेगा, हम उसे आत्मविश्वास देंगे। मुझे आशा है कि वह इसे समझता है। निश्चित रूप से हम टी 20 विश्व कप में उन्हें टीम के एक संभावित सदस्य के रूप में देख रहे हैं, उसी लिए वह टीम में है।"

रोहित ने कहा,'जैसे कि हमें पता है कि सैमसन टीम में वापसी कर रहे हैं। रोहित के इन शब्दों ने उन्हें वास्तव में उत्साहित किया होगा। साथ ही आपको आश्चर्य होता है कि क्या अतीत में धैर्य की कमी ने उन्हें निराश किया होगा। सैमसन जिस तरह से खेलता है, उसमें एक अंतर्निहित जोख़िम होता है। अगर आपको उन्हें टीम में रखना है तो इस बात पर भी ध्यान रखना होगा कि किसी भी मैच में टीम शुरुआती विकेट गंवा सकती है। साथ ही टीम के पास इस समस्या से निपटने की क्षमता होनी चाहिए।


पिछली बार नहीं कर सके थे आक्रमक बल्लेबाजी
पिछली बार जब सैमसन भारतीय टीम के लिए खेल रहे थे, तो संदेश शुरू से ही आक्रामक होने का था, लेकिन उस तरह की बल्लेबाज़ी के लिए समर्थन और सुरक्षा की ज़रूरत होती है। कभी-कभी पहली श्रृंखला में आप उस तरीके का प्रदर्शन नहीं कर सकते हैं और उस श्रृंखला के बाद सैमसन टीम के बाहर थे।

अब कप्तान और चयनकर्ताओं के अध्यक्ष ने सार्वजनिक रूप से सैमसन का समर्थन किया है । यदि यह भूमिका स्पष्टता के साथ मैदान पर अवसरों में तब्दील हो जाता है, तो यह सैमसन के लिए अंतर्राष्ट्रीय करियर बनाने का सबसे अच्छा मौक़ा हो सकता है।
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