चेन्नई। भारतीय टीम के बल्लेबाज रोहित शर्मा ने कहा कि क्रिकेटरों का करियर सीमित समय के लिये होता है ऐसे में उन्हें व्यस्त कार्यक्रमों की शिकायत नहीं करनी चाहिए। एक दिवसीय मैचों में सलामी बल्लेबाज के रूप में उतरने वाले इस खिलाड़ी ने कहा कि वह व्यस्त कार्यक्रम का हवाला देकर विश्राम लेने में यकीन नहीं करते।
उन्होंने कहा, ‘क्रिकेटरों का करियर सीमित समय के लिए होता है, हम 60, 70 साल की उम्र तक नहीं खेल सकते इसलिए हमें जो मौके मिलते है उसका इस्तेमाल करना चाहिए।’ एक दिवसीय मैच में एक पारी में सबसे ज्यादा 264 रन बनाने वाले रिकॉर्डधारी रोहित ने कहा, ‘ज्यादा मैचों का बहाना बनाकर हम इसकी की शिकायत नहीं कर सकते।’
रोहित से जब पूछा गया कि टीम के व्यस्त कार्यक्रम के मद्देनजर क्या वह किसी समय विश्राम करने की सोच रहे हैं? उन्होंने कहा, ‘बिलकुल नहीं। मैं चोटिल होने के बाद टीम में वापसी कर रहा हूं। मुझे नहीं लगता मैं ऐसा करुंगा। मैं ज्यादा से ज्यादा खेलना चाहता हूं। जब भी मुझे मौका मिलता है मैं मैदान में होना चाहता हूं।’
उन्होंने कहा, ‘हम सब इसके आदी हो चुके हैं। ऐसा नहीं है कि व्यस्त कार्यक्रम अब होने लगा है, ऐसा पिछले काफी समय से हो रहा है। हम सभी को पता है कि अपने शरीर का कैसे ध्यान रखना है। इसमें हमारी मदद के लिए विशेषज्ञ (फिजियो और प्रशिक्षक) हमारे साथ रहते है।’
ऑस्ट्रेलिया के साथ आगामी पांच मैचों की एकदिवसीय श्रृंखला के पहले मैच के लिए यहां पहुंचे रोहित ने कहा, ‘व्यस्त कार्यक्रम के कारण ही टीम में खिलाड़ियों को रोटेशन का मौका दिया जा रहा। जब भी हम कोई श्रृंखला खेलते है तो यह सुनिश्चित करते हैं कि सभी खिलाड़ी 100 प्रतिशत फिट हों और प्रशिक्षक उसका ख्याल रखते हों।’
ऑस्ट्रेलियाई कप्तान स्टीव स्मिथ को रोकने की नीति के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘हमें यह सुनिश्चित करना होगा की वह ज्यादा रन नहीं बनाए।’ चोट के कारण छह महीने क्रिकेट से दूर रहने के बाद श्रीलंका के खिलाफ एकदिवसीय श्रृंखला में वापसी पर दो शतक और एक अर्धशतक की मदद से 302 रन बनाने वाले रोहित को उम्मीद है कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भी उनकी शानदार फार्म जारी रहेगी।
उन्होंने कहा, ‘मैं अपने पिछले प्रदर्शन को दोहरा सका तो खुश रहूंगा। चीजें बदल चुकीं है। टीम का स्वरूप बदल चुका है। मैच दूसरे मैदानों पर खेले जाएंगे। मुझे नए तरीके से शुरुआत करनी होगी और पहले क्या हुआ इस बारे में नहीं सोचना होगा। अगर अपने पिछले प्रदर्शन को दोहरा सका तो मेरे लिए अच्छी बात होगी।
रोहित ने 2013 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सात मैचों की श्रृंखला में 491 रन बनाए थे। उनके शानदार प्रदर्शन के दम पर भारत ने श्रृंखला 3-2 से अपने नाम की थी। खराब मौसम के कारण दो मैच रद्द हो गए थे। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले तीन एक दिवसीय के लिए विश्राम पाने वाले रविन्द्र जडेजा की तुलना टीम में जगह पाने वाले अक्षर पटेल से करने पर उन्होंने कहा कि दोनों अलग तरह के गेंदबाज हैं।
उन्होंने कहा, ‘अक्षर के बारे में कुछ बोलने से पहले मैं उनकी गेंदबाजी को और देखना चाहूंगा। अभी तक उन्होंने अच्छा किया है। युजवेन्द्र चहल और कुलदीप यादव भी अच्छे गेंदबाज हैं। विकेट दिलाने में लेग-स्पिनरों की हमेशा अहम भूमिका रहती है।’ (भाषा)