न्यूजीलैंड की दरियादिली, वर्ल्ड कप में हार के 'विलेन' को बनाएगा 'हीरो'
वर्ल्ड कप फाइनल में न्यूजीलैंड को हराने में बड़ी भूमिका निभाने वाले इंग्लैंड के धमाकेदार ऑलराउंडर बेन स्टोक्स को यह देश जल्द ही न्यूजीलैंडर ऑफ द ईयर अवॉर्ड से सम्मानित कर सकता है। बेन स्टोक्स को भी केन विलिम्सन के साथ इस अवॉर्ड के लिए नामित किया गया है। न्यूजीलैंड के क्रिकेट प्रशंसक स्टोक्स को विलेन मानते हैं।
न्यूजीलैंड ऑफ द ईयर अवार्ड के चीफ जज कैमरॉन बेनट के मुताबिक बेन स्टोक्स भले ही इंग्लैंड के लिए खेलते हों लेकिन यहां लोग उन्हें न्यूजीलैंड का ही मानते हैं।
बेन स्टोक्स का जन्म न्यूजीलैंड में हुआ था, लेकिन वह मात्र 12 साल की उम्र में इंग्लैड चले आए थे। स्टोक्स के पिता गेरार्ड ने न्यूजीलैंड के लिए रग्बी लीग खेली थी और वह अभी भी क्राइस्टचर्च में रहते हैं। उनके पिता ने फाइनल से पहले ये भी कहा था कि बेटे के इंग्लैंड के लिए खेलने के बावजूद वह न्यूजीलैंड का समर्थन करेंगे।
उल्लेखनीय है कि न्यूजीलैंड के खिलाफ खेले गए फाइनल मुकाबले में बेन स्टोक्स ने न सिर्फ 84 रनों की पारी खेली बल्कि इसके बाद हुए सुपर ओवर में भी मात्र 3 गेंदों में 8 रन बनाए थे। इतना ही नहीं जब मैच रोमांचक स्थिति में था तो गुप्टिल का एक थ्रो उनसे टकराकर सीमा रेखा के पार चला गया और अंपायर ने इस पर 6 रन दे दिए। इसी वजह से जीत न्यूजीलैंड के हाथ से झटक गई और मैच टाई हो गया।