प्लेयर ऑफ द मंथ अवार्ड पर एशिया का दबदबा बरकरार, मुश्फिकुर रहीम ने जीता पुरस्कार
दुबई: बंगलादेश के स्टार विकेटकीपर बल्लेबाज मुशफिकुर रहीम और स्कॉटलैंड की कैथरीन ब्राइस को सोमवार को क्रमश: पुरुष और महिला वर्ग में मई महीने के लिए आईसीसी प्लेयर ऑफ द मंथ चुना गया है।
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने सोमवार को जारी एक विज्ञप्ति में मुशफिकुर और कैथरीन को विजेता घोषित किया है। मुशफिकुर रहीम को मई में श्रीलंका के खिलाफ तीन वनडे मुकाबलों में 237 रनों के प्रदर्शन, जबकि कैथरीन ब्राइस को आयरलैंड के खिलाफ चार टी-20 मुकाबलों में 96 रन और पांच विकेट के साथ शानदार ऑलराउंड प्रदर्शन के आधार पर पुरस्कृत किया गया है।
पूर्व भारतीय बल्लेबाज एवं आईसीसी की वोटिंग अकादमी के प्रतिनिधि वीवीएस लक्ष्मण ने मई में मुशफिकुर के प्रदर्शन पर टिप्पणी करते हुए कहा,“ उच्च स्तर पर 15 साल बाद भी मुशफिकुर की रन बनाने की भूख कम नहीं हुई है। 1996 की विश्व कप विजेता श्रीलंका के खिलाफ बंगलादेश की पहली वनडे श्रृंखला जीत ने मुशफिकुर के इस प्रदर्शन को और भी उल्लेखनीय बनाया। मध्यक्रम को मजबूत करना और बेहतरीन विकेटकीपिंग करना उनकी फिटनेस और कौशल को दर्शाता है। ”
आईसीसी की वोटिंग अकादमी के एक अन्य प्रतिनिधि रमीज राजा ने मई में कैथरीन के प्रदर्शन के बारे में कहा,
“ आयरलैंड के खिलाफ सीरीज में कैथरीन का ऑल राउंड प्रदर्शन शानदार था। उन्होंने अच्छी बल्लेबाजी और गेंदबाजी की। वह मई महीने की सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी बनने की हकदार थी। ”
नामांकन में ही थे तीन एशियाई खिलाड़ी
पाकिस्तान के हसन अली, श्रीलंका के प्रवीण जयविक्रमा और बंगलादेश के मुशफिकुर रहीम को आईसीसी मेन्स प्लेयर ऑफ द मंथ पुरस्कार के लिए नामांकित किया गया था।
हसन अली को मई में जिम्बाब्वे के खिलाफ खेले गए दो टेस्ट मैचों में 14 विकेटों, प्रवीण जयविक्रमा को बंगलादेश के खिलाफ एक टेस्ट मैच में 11 विकेट और मुशफिकुर रहीम को श्रीलंका के खिलाफ तीन वनडे मुकाबलों में 237 रनों के प्रदर्शन के कारण नामांकित किया गया था।
गौरतलब है कि इससे पहले यह अवार्ड किसी एशियाई खिलाड़ी ने ही जीता है। पहले 3 महीने तो इस पर भारत का कब्जा रहा। जनवरी माह में ऋषभ पंत, फरवरी माह में आर अश्विन, मार्च में भुवनेश्वर कुमार ने यह अवार्ड जीता। वहीँ अप्रैल महीने में पाकिस्तान के कप्तान बाबर आजम इस पुरुस्कार को जीतने वाले पहले गैर भारतीय क्रिकेटर बने थे।
(वार्ता)