रणतुंगा ने फिर जिंदा किया मैच फिक्सिंग का भूत, क्या बोले विश्व कप 2011 के हीरो...
नई दिल्ली।: भारत के विश्व कप नायकों को श्रीलंका के पूर्व कप्तान अर्जुन रणतुंगा की 2011 विश्व कप फाइनल की जांच की मांग ‘अपमानजनक’ लग रही है। भारत ने 50 ओवर के क्रिकेट में श्रीलंका को छह विकेट से पराजित कर अपना दूसरा विश्व कप खिताब जीता था।
रणतुंगा ने अपने फेसबुक पेज पर वीडियो पोस्ट करते हुए कहा, 'मैं भी उस समय कमेंटरी देने के लिए भारत में था। जब हम हारे तो मैं निराश था और मुझे एक संशय हुआ था।'
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उन्होंने कहा कि हमें जांच करनी चाहिए कि 2011 विश्व कप फाइनल में श्रीलंका के साथ क्या हुआ था। मैं सबकुछ अभी खुलासा नहीं कर सकता लेकिन एक दिन मैं ऐसा करूंगा। इसकी जांच होनी चाहिए। हालांकि कुछ क्रिकेटर रणतुंगा की मांग से खुश नहीं थे, जो एक तरह से उनके प्रयासों को कमतर आंकती है।
गौतम गंभीर को लगता है कि रणतुंगा को सबूत के साथ अपने आरोपों का समर्थन करना चाहिए। इस फाइनल में गंभीर 97 रन बनाकर भारत के लिये शीर्ष स्कोरर रहे थे, उन्होंने कहा कि मैं अर्जुन रणतुंगा के आरोपों से हैरान हूं। ये गंभीर प्रतिक्रिया अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में बहुत ही सम्मानजक खिलाड़ी द्वारा लगाई गई हैं। मैं इस बात को साफ करना चाहता हूं कि उन्हें सबूतों के साथ अपना दावा पेश करना चाहिए।
वर्ष 2011 विश्व कप विजेता टीम के अहम सदस्य आशीष नेहरा ने कहा कि किसी को इस तरह के बयानों पर ज्यादा ध्यान नहीं देना चाहिए। उन्होंने कहा कि मैं इस मुद्दे पर अपने विचार देकर रणतुंगा का अपमान नहीं करना चाहता। इस तरह के बयानों का कोई अंत नहीं है।
उन्होंने कहा कि अगर मैं श्रीलंका की 1996 विश्व कप जीत पर सवाल उठाऊंगा तो क्या यह अच्छा लगेगा? इसलिए इसमें मत जाइए। लेकिन हां, यह काफी निराशाजनक है जब उसके दर्जे का कोई इस तरह की बात कहता है। हरभजन सिंह ने रणतुंगा के इन आरोपों पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।
यह पहली बार नहीं है जब रणतुंगा ने 2011 विश्व कप फाइनल पर इस तरह के सवाल उठाए हैं। वह विभिन्न मंच पर हैरानी जता चुके हैं कि कई खिलाड़ी फाइनल में कैसे चोटिल हो गए। (भाषा)