टेस्ट मैच के पारंपरिक तरीकों से न हो छेड़छाड़ : गौतम गंभीर
नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व ओपनर गौतम गंभीर का कहना है कि टेस्ट मैच के पारंपरिक स्वरूप के साथ छेड़छाड़ नहीं करते हुए इसमें गुलाबी गेंद का प्रयोग नहीं किया जाना चाहिए।
गंभीर ने गुरुवार को यहां एक कार्यक्रम में कहा कि टेस्ट मैच क्रिकेट की रीढ़ है और इसके पारंपरिक तरीकों से कोई छेड़छाड़ नहीं की जानी चाहिए। उन्होंने कहा, "मैं परंपरावादी हूं और खेल को पुराने तरीकों से खेलना पसंद करता हूं। ये मेरी निजी राय है कि टेस्ट मैच लाल रंग के गेंद से ही खेला जाना चाहिए। अगर किसी भी तरह के बदलाव या प्रयोग करना चाहते हैं तो एकदिवसीय और ट्वंटी-20 फार्मेट में किया जाना चाहिए।
अपनी टीम इंडिया ब्लू को दुलीप ट्रॉफी चैंपियन बनाने वाले गंभीर ने दिन-रात टेस्ट मैच के बारे में कहा, "मैं दिन-रात टेस्ट मैच के पक्ष में नहीं हूं क्योंकि टेस्ट मैच अधिकतर ठंड के मौसम में खेला जाता है जिससे इसमें और अधिक विलंब होने की संभावना होती है। उन्होंने कहा कि कृत्रिम प्रकाश के अंदर खेल खेलना बिलकुल अलग होता है, जिससे स्पिनरों और गुगली गेंदबाजों को परखने में हमेशा मुश्किल आती है।
भारतीय टेस्ट टीम में स्थाई ओपनर के सवाल पर उन्होंने कहा, "मेरा मानना है कि वर्तमान टेस्ट टीम के कप्तान काफी योग्य है और ओपनर की भूमिका उन्हें ही दी जानी चाहिए जो फिलहाल अपने अच्छे फार्म में है। इसके लिए कोई विशेष खिलाड़ी के बारे में नहीं कहा जा सकता है। (वार्ता)