टेस्ट खिलाड़ी तैयार करना कुंबले की सबसे बड़ी चुनौती
बेंगलुरु। भारतीय क्रिकेट टीम के लिए अगले 12 महीनों में टेस्ट के लिहाज से कार्यक्रम काफी व्यस्त है और ऐसे में राष्ट्रीय टीम के नवनियुक्त कोच अनिल कुंबले का मानना है कि युवा क्रिकेटरों को इस प्रारूप के लिए तैयार करना ही उनकी सबसे बड़ी चुनौती है।
कुंबले ने भारतीय टीम के कोच का पद संभालने के बाद बुधवार को यहां अपने पहले आधिकारिक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता टेस्ट क्रिकेट को मजबूती देना होगी। उन्होंने कहा कि हमें पहले तो उन खिलाड़ियों की मानसिकता को बदलना होगा, जिन्होंने पिछले कुछ महीनों में काफी ट्वंटी 20 मैच खेले हैं। उन्हें अब लंबे प्रारूप के लिए तैयार करना होगा। मेरी फिलहाल तो यही बड़ी चुनौती है।
कोच कुंबले ने कहा कि मेरे साथ साथ भारतीय टीम पर भी जिम्मेदारी रहेगी कि वह प्रशंसकों को वापिस इस खेल के साथ जोड़ सकें। इस प्रारूप को और रोमांचक बनाना होगा ताकि लोगों की इसमें रूचि वापस आए। टीम को हर हाल में प्रशंसकों को वापिस टेस्ट प्रारूप देखने के लिए मजबूर करना होगा।
कुंबले का कोच बनने के बाद वेस्टइंडीज का दौरा पहला प्रभार होगा। उन्होंने कहा अगले महीने वेस्टइंडीज का दौरा बड़ी चुनौती होगा और मैं इसके लिए आश्वस्त हूं कि हमारी टीम सीरीज जरूर अपने नाम करेगी। (वार्ता)