केपटाउन। भारतीय बल्लेबाजी के अहम अंग चेतेश्वर पुजारा ने मंगलवार को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ शुक्रवार से शुरू होने वाली तीन टेस्ट मैचों की श्रृंखला के दौरान यहां की उछालभरी पिचों पर गेंद को अच्छी तरह से छोड़ने के महत्व पर जोर दिया।
भारत चार साल पहले दक्षिण अफ्रीकी दौरे में 0-1 से श्रृंखला हार गया था, लेकिन पुजारा के अलावा विराट कोहली और अंजिक्य रहाणे ने रन बनाए थे। पुजारा ने आज यहां अभ्यास सत्र के बाद कहा, गेंद को अच्छी तरह से छोड़ना भी महत्वपूर्ण है, विशेषकर विदेशी पिचों पर। एक बार जब आप एशिया से बाहर निकलते हो तो पिचों में काफी उछाल मिलता है और यही वजह है किसी बल्लेबाज को गेंद छोड़नी चाहिए। इस 29 वर्षीय बल्लेबाज के पास दक्षिण अफ्रीका के पिछले दो दौरों में खेलने का अच्छा अनुभव है और वे यहां अपनी तीसरी श्रृंखला में सकारात्मक सोच के साथ उतरना चाहते हैं।
उन्होंने कहा, यह तकनीकी और मानसिक रूप से (सामंजस्य बिठाने से) जुड़ा है। अच्छी बात यह है कि अधिकतर खिलाड़ी पहले भी यहां खेल चुके हैं। मैं खुद दो बार यहां का दौरा कर चुका हूं। यह अपने खेल को समझने, परिस्थितियों को जानने से जुड़ा है और आपको उस हिसाब से खेलना पड़ता है। भारतीय टीम चार दिन पहले यहां पहुंची थी और वह बिना किसी अभ्यास मैच के पहले टेस्ट में उतरेगी। पुजारा से पूछा गया कि क्या टीम को तैयारी का कम मौका नहीं मिला है, उन्होंने न में जवाब दिया।
इस स्टार बल्लेबाज ने कहा, जब हम श्रीलंका के खिलाफ घरेलू श्रृंखला में खेल रहे थे तो दक्षिण अफ्रीका दौरा हमारे दिमाग में था। हमने यहां तक कि भारत में भी कुछ तैयारियां कर ली थीं। मुझे नहीं लगता है कि हमारी टीम को तैयारी का समय नहीं मिला। तैयारी के लिए बहुत समय है।
भारतीय बल्लेबाजों को श्रीलंका के खिलाफ कोलकाता और धर्मशाला में तेज गेंदबाजी की अनुकूल पिचों पर संघर्ष करना पड़ा लेकिन दक्षिण अफ्रीका में मूव करती गेंद नहीं बल्कि उछाल अधिक मायने रखती है। पुजारा ने कहा, हां कुछ उछाल होगी और यह हमेशा चुनौती रही है, लेकिन इस बार हमने अच्छी तैयारी की है और हमने पिछले डेढ़ महीने में जो तैयारी की उस पर अमल करना चाहेंगे। पुजारा ने कहा कि टीम के अधिकतर सदस्यों को यहां खेलने का अनुभव है और इससे काफी फायदा मिलेगा।
उन्होंने कहा, मेरा मानना है कि अनुभव महत्वपूर्ण होता है। आप जानते हो कि पिच कैसी होगी और विरोधी टीम कैसी चुनौती पेश करेगी। इस तरह की पिचों पर रन बनाने के अनुभव की कोई बराबरी नहीं कर सकता। आप जानते हो कि एक बल्लेबाज और यहां तक कि टीम के रूप में आप क्या करना चाहते हो। टीम ने वेस्टर्न प्रोविन्स क्रिकेट क्लब में कड़ा अभ्यास किया। पुजारा अब तक की तैयारियों से खुश हैं।
उन्होंने कहा, तैयारियां शानदार हैं। हमने अब तक तीन बार नेट सत्र में हिस्सा लिया। हमने दिन में दो सत्र किए। हम अपनी संभावना को लेकर काफी आश्वस्त हैं। केपटाउन में सूखे की स्थिति है तथा न्यूलैंड्स की पिच को उतना पानी नहीं मिला जितनी उसे जरूरत थी तथा पांचों दिन उसमें तेजी और उछाल रह सकती है। भारतीय बल्लेबाजों को किस तरह की पिचों पर खेलना होगा इसको लेकर पुजारा परेशान नहीं हैं। पुजारा ने कहा, वे किस तरह की पिचें तैयार कर रहे हैं इससे हम परेशान नहीं हैं। हम केवल खुद की तैयारियों पर ध्यान देंगे। विकेट चाहे घास वाला हो या सपाट हमारी रणनीति स्पष्ट है। उन्होंने विरोधी टीम के मजबूत और कमजोर पक्षों पर बात करने से इनकार कर दिया और कहा कि उनकी टीम चुनौती का सामना करने के लिए तैयार है।
पुजारा ने कहा, यह दक्षिण अफ्रीका पर निर्भर करता है कि वे कैसी तैयारी करना चाहते हैं। यह मायने नहीं रखता कि वे किस खिलाड़ी को उतारेंगे। एक टीम के तौर पर हम अच्छी तरह से तैयार हैं। इस बार हमारा तेज आक्रमण भी बेहतर है। वे काफी तेजी से गेंद करते हैं। हमारे लिए इस बार यह सकारात्मक पहलू है। (भाषा)