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Last Updated : शनिवार, 29 जनवरी 2022 (13:30 IST)

भारतीय बुकी ने ऐसे फंसाया इस होनहार विकेटकीपर कप्तान को जिसका करियर चला 17 साल

भारतीय बुकी ने ऐसे फंसाया इस होनहार विकेटकीपर कप्तान को जिसका करियर चला 17 साल - Brendon Taylor was trapped by an Indian bookie
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद ने जिम्बाब्वे के पूर्व कप्तान ब्रैंडन टेलर पर 2019 में भारतीय व्यवसायी द्वारा स्पॉट फिक्सिंग की पेशकश की रिपोर्ट समय पर नहीं करने के लिए शुक्रवार को साढ़े तीन साल का प्रतिबंध लगाया। आईसीसी ने इसके साथ ही टेलर को इसी प्रकरण के दौरान कोकीन लेने के कारण डोप परीक्षण में विफल रहने के लिए एक महीने के लिए निलंबित किया है।

विश्व संस्था ने अपने बयान में कहा कि टेलर ने स्वीकार किया है कि उन्होंने आईसीसी की भ्रष्टाचार निरोधक संहिता  के प्रावधानों को उल्लंघन किया।

आईसीसी ने कहा, ‘जिम्बाब्वे के पूर्व कप्तान ब्रैंडन टेलर को आईसीसी भ्रष्टाचार रोधी संहिता के प्रावधानों का उल्लंघन करने के चार आरोपों और आईसीसी डोपिंग रोधी संहिता के एक आरोप को स्वीकार करने के बाद साढ़े तीन साल के लिये सभी तरह की क्रिकेट से प्रतिबंधित कर दिया गया है।’

टेलर ने 24 जनवरी को खुलासा किया था कि एक भारतीय व्यवसायी के साथ बैठक के दौरान ‘मूर्खतापूर्वक’ कोकीन लेने के बाद उन्हें ब्लैकमेल किया गया था। टेलर ने कहा था कि उन्हें भारतीय व्यवसायी द्वारा 2019 में भ्रष्ट पेशकश की रिपोर्ट समय पर नहीं करने के कारण कई साल का प्रतिबंध झेलना पड़ सकता है।

टेलर ने दावा किया था कि भारतीय व्यवसायी ने उन्हें भारत में ‘प्रायोजक’ दिलाने और जिम्बाब्वे में एक टी20 टूर्नामेंट की संभावित योजना पर चर्चा करने के लिए आमंत्रित किया था। उन्होंने व्यवासायी के नाम का खुलासा किए बिना कहा था कि उन्हें अक्टूबर, 2019 में 15,000 डॉलर की पेशकश की गई थी।

टेलर ने बताया ऐसे फंसते चले गए दलदल में

टेलर ने अक्टूबर 2019 में हुई इस घटना की रिपोर्ट दर्ज करवाने में देरी की। इसमें भारत में हुई एक बैठक शामिल थी जिसके दौरान कथित तौर पर मादक द्रव्यों का सेवन हुआ था। उस बैठक के बाद टेलर को कथित रूप से ब्लैकमेल किया गया। उन्होंने इस प्रस्ताव की रिपोर्ट दर्ज कराने में देरी की क्योंकि उन्हें लगा कि वह अपने परिवार सहित सभी लोगों की रक्षा कर सकते थे। वह अंततः अपनी शर्तों पर आईसीसी के पास गए और कहा कि उन्हें उम्मीद थी 'अगर मैंने अपनी दुर्दशा और हमारी सुरक्षा और भलाई के लिए अपने भय के बारे में बताया तो वह इस देरी को समझेंगे।' उन्होंने अपने बयान में स्पष्ट रूप से कहा कि वह कभी भी मैच फ़िक्सिंग में किसी प्रकार में शामिल नहीं थे।

अपने लिखित बयान में टेलर ने कहा, 'अक्टूबर 2019 में एक भारतीय व्यवसायी ने मुझसे अनुरोध किया कि मैं ज़िम्बाब्वे में एक नई टी20 प्रतियोगिता के प्रायोजन और संभावित लॉन्च पर चर्चा करने के लिए भारत आऊं। मुझे कहा गया कि इस यात्रा के लिए मुझे लगभग 11 लाख रुपये दिए जाएंगे।'

कोकीन लेकर फंस गए टेलर

उन्होंने कहा ,'सच कहूं तो मैं तब सावधान था। लेकिन समय ऐसा था कि ज़िम्बाब्वे क्रिकेट ने पिछले छह महीनों से हमें भुगतान नहीं किया था और भविष्य में ज़िम्बाब्वे के अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट खेलने पर संशय के बादल मंडरा रहे थे। इसलिए मैंने वह यात्रा की। जैसा कि उन्होंने कहा था, हमारे बीच चर्चा हुई और होटल में हमारी आख़िरी रात को व्यवसायी और उनके सहयोगी जश्न मनाने के लिए मुझे खाने पर ले गए।हमने शराब पी थी और बाद में उन्होंने ख़ुलेआम मुझे कोकेन की पेशकश की। वह उसका सेवन कर रहे थे और मैं भी उस मूर्खता में शामिल हुआ। मैंने एक लाख बार इस दृष्य को अपने दिमाग में दोहराया है और मुझे आज भी इस घटना और जिस तरह उन्होंने मेरा फ़ायदा उठाया, इसके बारे में सोचकर घिन आती है।'

वीडियो बनाकर किया ब्लैकमेल

टेलर ने कहा,''अगली सुबह वही लोग मेरे होटल कमरे में घुस आए और उन्होंने मुझे पिछली रात का वीडियो दिखाया जिसमें मैं कोकेन का सेवन कर रहा था। उन्होंने मुझसे कहा कि अगर मैंने उनके लिए अंतर्राष्ट्रीय मैचों में स्पॉट फ़िक्सिंग नहीं की, तो वह यह वीडियो जारी कर देंगे। कमरे में इन छह लोगों ने मुझे घेर लिया था और मुझे अपनी सुरक्षा की चिंता होने लगी। मैं डर गया था। मैं स्वेच्छा से इस जाल में फंस गया था जिसने मेरे जीवन को हमेशा के लिए बदल दिया। मुझे 11 लाख रुपये दिए गए लेकिन उन्होंने कहा कि अब यह स्पॉट फ़िक्स करने का 'बयाना' है और अतिरिक्त 15 लाख रुपये काम पूरा होने पर दिए जाएंगे। मैंने उन पैसों को स्वीकारा ताकि मैं जल्द से जल्द घर के लिए रवाना हो सकूं। उस समय मुझे लगा कि मेरे पास कोई और विकल्प नहीं था। मैं बस इतना जानता था कि मुझे वहां से निकलना था।''

उन्होंने कहा,''जब मैं घर लौटा तो इस घटना के तनाव ने मेरे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बुरी तरह प्रभावित किया। मेरी हालत गंभीर थी और मुझे चिकित्सा के बाद दवाइयां दी गई। वह व्यवसायी अपने निवेश का भुगतान चाहता था जो मैं नहीं दे सकता था और ना ही कभी देता। मुझे इस अपराध की शिक़ायत दर्ज करने और आईसीसी के बात करने में चार महीने लगे। मैं स्वीकार करता हूं कि यह बहुत लंबा समय था लेकिन मुझे लगा कि मैं मेरे परिवार की और अन्य लोगों की रक्षा कर सकता हूं। मैंने अपनी शर्तों पर आईसीसी से संपर्क किया। मुझे उम्मीद थी कि अगर मैं उन्हें अपनी दुर्दशा और हमारी सुरक्षा पर मंडरा रहे ख़तरे के बारे में बताऊंगा, तो वह इस देरी को समझ सकेंगे।'' ''दुर्भाग्य से, उन्होंने ऐसा नहीं किया, लेकिन मैं इस संबंध में अज्ञानता का बहाना नहीं बना सकता। मैंने इन वर्षों में कई भ्रष्टाचार विरोधी सेमिनारों में भाग लिया है और हम जानते हैं कि शिक़ायत दर्ज करवाते वक़्त समय का महत्व होता है।''


मैच फिक्सिंग में शामिल नहीं रहे टेलर

''मैं आप सभी को बताना चाहता हूं कि मै कभी भी, किसी भी प्रकार की मैच फ़िक्सिंग में शामिल नहीं रहा हूं। मैं कई चीज़ें हो सकता हूं लेकिन मैं धोख़ेबाज़ नहीं हूं। क्रिकेट के लिए मेरा प्रेम इन सभी ख़तरों से अधिक है।''

''आईसीसी से संपर्क करने के परिणामस्वरूप मैंने कई साक्षात्कारों और कार्यक्रमों में भाग लिया और मैं उनकी जांच के दौरान उतना ही ईमानदार और पारदर्शी था जितना मैं हो सकता था। अंदर से और बाहर से मैं ख़ुद को मार रहा था और मैं अब भी सोचता हूं कि मैंने समय रहते समर्थन और सलाह मांगी होती।''

''आईसीसी अब मेरे अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट करियर पर बहु-वर्षीय प्रतिबंध लगाने पर निर्णय ले चुका है। मैं इसे स्वीकार करते हुए यह आशा करता हूं कि मेरी कहानी युवा क्रिकेटरों के लिए एक सीख बनेगी ताकि वह जल्द से जल्द ऐसे प्रस्तावों की जल्द से जल्द रिपोर्ट दर्ज करवाएं। मैं स्वीकार करता हूं कि पिछले दो वर्ष व्यक्तिगत और पेशेवर रूप से बहुत चुनौतीपूर्ण रहे हैं और मैं इस स्थिति से बाहर निकलने का भरपूर प्रयास कर रहा हूं। मेरे परिवार और दोस्तों ने मेरा समर्थन किया है और यह स्पष्ट था कि कुछ समय से मेरे सामने एक समस्या है जिसे संबोधित करने की आवश्यकता थी।''

टेलर:- मेरी कहानी से युवा लेंगे सबक

''मुझे अब अपनी कहानी बतानी थी क्योंकि मुझे पता है कि लोग मुझसे सुनना चाहेंगे कि यह क्यों और कैसे हुआ। लेकिन कई हफ़्तों तक मैं दूर रहूंगा और ठीक होने की कोशिश करूंगा।''

''यह मेरी ज़िम्मेदारी हैं कि मैं ठीक होकर ख़ुद को और अपने परिवार को प्राथमिकता दूं। मैंने एक पदार्थ को ख़ुद पर नियंत्रण बनाने, मेरी दृष्टि, मेरी नैतिकता और मेरे मूल्यों को ख़राब करने का अवसर दिया। अब समय है कि मैं उन चीज़ों को प्राथमिकता दूं जो मेरे लिए बहुत मायने रखती है।''

''मुझे यह भी उम्मीद है कि मेरी कहानी हर उस व्यक्ति को मदद लेने के लिए प्रेरित करेगी। मुझे इस बात का एहसास नहीं था कि आगे आकर बात करने से मुझे उस नरक से इतनी राहत मिलेगी। ड्रग्स और नशीले पदार्थ कोई भेदभाव नहीं करते हैं और मुझे इस बात को स्वीकार करने के लिए बहुत हिम्मत जुटानी पड़ी।अंत में मैं उन सभी लोगों से क्षमा मांगना चाहता हूं जिन्हें मैंने चोट पहुंचाई है। मुझे खेद है कि मैंने उन्हें निराश किया।''
ऐसा रहा करियर

वर्ष 2004 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण करने वाले टेलर ने अपने अब तक के करियर में 34 टेस्ट, 204 वनडे और 45 टी-20 मुकाबले खेले हैं।

वनडे में 11 शतक उनके नाम हैं, जिसकी बदौलत वह वनडे में सर्वाधिक शतक लगाने वाले देश के शीर्ष खिलाड़ी हैं। 34 टेस्ट मैचों में 2320 रनों क साथ वह टेस्ट प्रारूप में जिम्बाब्वे के चौथे सर्वाधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी हैं, जबकि टी-20 क्रिकेट में वह रनों के लिहाज से हैमिल्टन मसाकादजा और सीन विलियम्स के बाद तीसरे स्थान पर हैं।

अंतिम वनडे में था एंडी फ्लॉवर को पीछे छोड़ने का मौका

उनके पास वनडे प्रारूप में जिम्बाब्वे के शीर्ष रन स्कोरर बनने का मौका था। इस वनडे प्रारूप में रनों के मामले में हमवतन दिग्गज बल्लेबाज एंडी फ्लाॅवर से 109 रन पीछे थे। लेकिन पिछले साल अपने अंतिम वनडे में आयरलैंड के खिलाफ वह तीसरे नंबर पर उतरने के बाद भी अपने अंतिम वनडे में सिर्फ 7 रन बनाकर आउट हो गए थे। दिलचस्प बात यह है कि एंडी फ्लॉवर भी टेलर की तरह एक विकेटकीपर थे।

भारत के खिलाफ वनडे विश्वकप 2015 में जड़ा था शतक

उल्लेखनीय है कि टेलर 2015 आईसीसी विश्व कप में जिम्बाब्वे के शीर्ष रन-स्कोरर रहे थे। आईसीसी विश्वकप 2015 में जहां भारतीय गेंदबाजों के सामने बल्लेबाजों को 50 रन बनाने में तकलीफ हो रही थी ब्रैंडन टेलर ने शतक जड़ दिया था। 110 गेंदो में टेलर ने 138 रन बनाए थे जिसमें 15 चौके और 5 छक्के शामिल थे।इस पारी के बाद उन्होंने संन्यास ले लिया था लेकिन जिम्बाब्वे की लचर क्रिकेट को देख उन्होंने एक बार फिर वापसी की थी और पिछले साल दुबारा संन्यास लिया।
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