गोल्ड कोस्ट:भारतीय कप्तान मिताली राज ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ड्रा रहे दिन रात्रि के एकमात्र टेस्ट के बाद टीम के और विशेषकर अनुभवी तेज गेंदबाज झूलन गोस्वामी और स्मृति मंधाना के प्रदर्शन की प्रशंसा की।
भारत ने पहली पारी सात विकेट पर आठ विकेट पर 377 पर पारी घोषित कर दूसरी पारी में 37 ओवर खेले और फिर चाय के बाद तीन विकेट पर 135 रन पारी घोषित कर ऑस्ट्रेलियाको 32 ओवर में जीत के लिये 272 रन का लक्ष्य दे दिया।
ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी नौ विकेट पर 241 रन पर घोषित की थी। लेकिन बाद में दोनों टीमों की कप्तानों ने ड्रा का फैसला किया तब ऑस्ट्रेलियाने 15 ओवर में दो विकेट पर 36 रन बना लिये थे।
मिताली ने मैच के बाद कहा, अगर हमें पहले घंटे में चार विकेट मिल जाते तो हम मैच को जारी रखते। लेकिन टीम ने बहुत बढ़िया प्रदर्शन किया। बारिश के कारण हमने कई ओवर गंवाए फिर भी हमने परिणाम लाने की कोशिश की।
झूलन की गेंदबाजी पर भारतीय कप्तान ने कहा, झूलन इतने वर्षों से हमेशा से हमारी सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज रही है, उसने बढ़िया गेंदबाज़ी की और युवा तेज गेंदबाजों पूजा वस्त्रकार और मेघना के साथ अपना अनुभव भी साझा किया।
सलामी बल्लेबाज स्मृति मंधाना ने ऐतिहासिक 127 रन से मजबूत भारतीय पारी की नींव रखी जिन्हें प्लेयर आफ द मैच चुना गया। मिताली ने कहा, स्मृति काफी प्रभावशाली रही है।
उन्होंने कहा, वनडे में मुझे रिचा घोष और यास्तिका भाटिया ने भी प्रभावित किया। मुझे उम्मीद है की हरमनप्रीत (चोटिल हैं) टी20 मैच में खेलेगी।
ऑस्ट्रेलियाई टीम की कप्तान मेग लैनिंग ने कहा, अगर मौसम साथ देता तो चार दिन में भी नतीजा निकल आता। भारतीय टीम काफी बढ़िया खेली और हमें बैकफुट में पहुंचा दिया था, लेकिन हमने वापसी की।
भारतीय टीम मैच से पहले गुलाबी गेंद से केवल दो ही अभ्यास सत्र कर पायी थी लेकिन उसने ऑस्ट्रेलियाको सभी विभागों में पछाड़ा। दोनों टीमों के बीच 15 साल में पहली बार टेस्ट मैच खेला जा रहा था।पिंक बॉल टेस्ट मैच के ड्रॉ होने के चलते दोनों टीमों को दो-दो अंक मिले। अब इस सीरीज़ की अंक तालिका में 6-4 की बढ़त के साथ मेज़बान टीम आगे हैं।
इतिहास बनाने में किस्मत ने दिया साथ: मंधानाभारतीय महिला क्रिकेट टीम की सलामी बल्लेबाज स्मृति मंधाना ने रविवार को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट मैच के ड्रा होने के बाद कहा कि गुलाबी गेंद (दिन-रात्रि) के टेस्ट में शतक बनाने वाली पहली भारतीय महिला बनकर इतिहास रचने में भाग्य ने उनका साथ दिया।
मंधाना ने 216 गेंदों में 127 रन बनाए थे जिससे भारत ने पहली पारी 8 विकेट पर 377 पर घोषित की। उन्हें 80 के व्यक्तिगत स्कोर पर जीवनदान मिला था। एलिसे पेरी पर बेथ मूनी ने उनका कैच लपका लेकिन यह गेंद नो बॉल थी।टेस्ट के पहले दो दिन बारिश ने खलल डाला लेकिन पूरे मैच में भारत का दबदबा रहा। चार दिवसीय मैच के ड्रॉ होने के बाद मंधाना ने कहा, 80 रन के स्कोर पर भाग्यशाली थी कि गेंद नो बॉल हो गयी। इस बाद मेरे दिमाग में यह साफ हो गया था कि मुझे मौका मिला है और इस मौके को भुनाना है।
मंधाना ने इस शतकीय पारी को अपने अब तक के करियर के शीर्ष तीन पारियों में से एक बताया।
उन्होंने कहा, यह निश्चित रूप से शीर्ष तीन पारी में से एक है। पहली बार दिन-रात्रि टेस्ट खेल रहा हूं, वास्तव में खुश हूं कि मैंने टीम को अच्छी शुरुआत दी। पहले दिन के खेल के बाद मैं घबराहट महसूस कर रही थी।
इस वामहस्त बल्लेबाज ने कहा कि टेस्ट क्रिकेट में भारत का प्रतिनिधित्व करना उनके लिए सौभाग्य की बात है।
उन्होंने कहा, सफेद कपड़े पहनना (टेस्ट क्रिकेट की ड्रेस) और मैदान में उतरना सबसे बड़ी बात है।
भारतीय महिला टीम अब सात अक्टूबर से शुरू हो रही तीन मैचों की टी20 श्रृंखला में ऑस्ट्रेलिया का सामना करेगी।मंधाना ने कहा, हमारे पास टी20 श्रृंखला से सिर्फ तीन दिन का समय है। एक दिन आराम करने के बाद हम उसकी तैयारी शुरू करेंगे।