कभी-कभी असहनीय हो जाता है अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट का दबाव : डिविलियर्स
लंदन। दक्षिण अफ्रीका के पूर्व कप्तान एबी डिविलियर्स ने कहा है कि वे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेकर राहत महसूस कर रहे हैं क्योंकि कभी-कभी दबाव असहनीय हो जाता था। मई में संन्यास लेकर सभी को हैरान करने वाले डिविलियर्स ने कहा कि उन्हें खेल की कमी नहीं खेल रही और वे संन्यास के बाद के जीवन का लुत्फ उठा रहे हैं।
डिविलियर्स ने ‘इंडिपेंडेंट’ समाचार-पत्र से कहा कि कभी-कभी यह असहनीय हो जाता था- आपको जिस तरह के दबाव का सामना करना पड़ता था, लगातार प्रदर्शन करना होता था। आप स्वयं, प्रशंसक, देश और कोच आपके ऊपर दबाव बनाते हैं। यह काफी अधिक होता है और एक क्रिकेटर के रूप में यह हमेशा आपके दिमाग में होता है। डिविलियर्स हालांकि अपनी आईपीएल टीम रायल चैलेंजर्स बेंगलूर की ओर से खेलना जारी रखेंगे।
उन्होंने कहा कि मुझे पता है कि बड़े मैच में शतक जड़ने के अहसास की तुलना किसी चीज से नहीं जी जा सकती। हजारों लोग आपके नाम के नारे लगा रहे होते हैं। लेकिन ईमानदारी से कहूं तो निश्चित तौर पर मुझे इसकी कमी नहीं खलेगी। अब तक तो नहीं। खेल से हटकर मैं काफी खुश हूं। कोई मलाल नहीं।
यह पूछने पर कि क्या अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास के बाद वह कुछ राहत महसूस कर रहे हैं तो डिविलियर्स ने कहा कि ‘बेहद। हां। मुझे पता है कि सही जवाब संभवत: यह होता कि मुझे हमेशा खेल की कमी महसूस होगी।’
अपने करियर के दौरान 114 टेस्ट में 22 शतक की मदद से 50.66 की औसत से 8765 रन बनाने वाले डिविलियर्स ने कहा कि लेकिन मेरा मानना है कि खिलाड़ी जो यह कहते हैं कि वे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट का दबाव महसूस नहीं करते, लगातार महीनों तक घर से दूर रहना, वे सभी से और खुद से झूठ बोल रहे हैं। डिविलियर्स ने 228 एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैचों में भी 25 शतक की मदद से 53 .50 की औसत के साथ 9577 रन बनाए। (भाषा)