सौरव गांगुली के गुडबॉय का समय!
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आलोक श्रीवास्तवशेष भारत टीम में सोमवार को सौरव गांगुली का चयन न करके चयनकर्ताओं ने उनके अंतरराष्ट्रीय करियर की समाप्ति का संकेत दे दिया। निरंतर प्रयास के बावजूद गांगुली को पहले एक दिवसीय टीम से बाहर किया गया। इसके बाद श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट श्रृंखला में 6 पारियों में 96 रन बनाने का खामियाजा अब उन्हें भुगतना पड़ा।हालाँकि गांगुली ने टीम से निकाले जाने के बाद कई बार टीम में वापसी की है, लेकिन इस बार उनकी वापसी की राह मुश्किल लग रही है, क्योंकि कई युवा खिलाड़ी टीम में उनकी जगह लेने को तैयार हैं। 36
वर्षीय गांगुली के अलावा शेष भारत टीम में उन सभी खिलाड़ियों को शामिल किया गया है, जिनका ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट श्रृंखला में खेलना लगभग तय है। हालाँकि पूर्व क्रिकेटरों ने माना है कि सौरव में वापसी करने का जज्बा तो है लेकिन उनकी राह कठिन जरूर हो गई है। वापसी की राह मुश्किल : पूर्व टेस्ट क्रिकेटर चेतन चौहान ने कहा कि चयन समिति के इस फैसले के बाद सौरव के लिए वापस टेस्ट टीम में जगह बनाना काफी मुश्किल होगा। क्या अब गांगुली को संन्यास ले लेना चाहिए, इस सवाल पर चेतन ने कहा कि यह उनका (गांगुली का) व्यक्तिगत फैसला है कि वे क्या करते हैं। हालाँकि ऐसा नहीं है कि अब वे टीम में वापसी नहीं कर पाएँगे। उनकी वापसी इस बात पर भी निर्भर करती है कि जो उनकी जगह टीम में चुना गया है उसका प्रदर्शन कैसा रहता है। फिर घरेलू मैचों में भी उनका प्रदर्शन यह निर्धारित करेगा कि उन्हें टीम में लिया जाए या नहीं।सिर्फ एक श्रृंखला में खराब प्रदर्शन के कारण टीम में जगह न देना क्या न्यायोचित है, इस पर चौहान का कहना था कि चयनकर्ता युवाओं को मौका देना चाहते हैं। फिर श्रीलंका के खिलाफ श्रृंखला में भी वे कुछ खास नहीं कर सके और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अंतिम दोनों मैचों में भी उनका प्रदर्शन स्तरीय नहीं रहा। शायद इसी कारण से उनको टीम में जगह नहीं मिल सकी। अभी करियर समाप्त नहीं : पूर्व टेस्ट क्रिकेटर अब्बास अली बेग ने कहा कि सौरव हमेशा से एक फाइटर क्रिकेटर रहे हैं। भारतीय टीम से उन्हें पहले भी बाहर किया जाता रहा है, लेकिन उन्होंने जबर्दस्त वापसी की। इस बार उम्र उनके साथ नहीं है, फिर भी उनके करियर को अभी समाप्त नहीं माना जा सकता है। श्रीलंका दौरे में खराब प्रदर्शन को देखते हुए चयनकर्ताओं द्वारा गांगुली के नाम पर विचार न करना थोड़ी जल्दबाजी लगती है। ऐसा नहीं होना चाहिए। पिछले एक साल में कुल मिलाकर उनका प्रदर्शन अच्छा माना जाएगा। करियर पर एक नजर : टेस्ट में प्रदर्शनमैच..पारी..नाबाद..रन..उच्चतम..औसत..स्ट्राइक रेट..शतक..अर्द्धशतक..विकेट109...180....:15...6888......239......41.74.......51.36........15........34........32
वन-डे में प्रदर्शनमैच..पारी..नाबाद..रन..उच्चतम..औसत..स्ट्राइक रेट..शतक..अर्द्धशतक..विकेट311....300...23.....11363.....183.......41.02......73.70........22........72........100