विवाद के कारण मुरलीधरन असहज रहे
महान स्पिनर मुथैया मुरलीधरन का प्रदर्शन ऑस्ट्रेलिया में कभी अपेक्षाओं के मुताबिक नहीं रहा और ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कोच जॉन बुकानन का मानना है कि अंपायरों और प्रशंसकों के साथ श्रीलंका के इस गेंदबाज के विवाद की इसमें अहम भूमिका रही।मुरलीधन ने पिछले महीने टेस्ट क्रिकेट में 800 विकेट चटकाने वाले दुनिया के पहले गेंदबाज बनने के बाद पाँच दिन के प्रारूप को अलविदा कह दिया।हालाँकि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उनका प्रदर्शन दमदार नहीं रहा और वे 13 मैचों में 59 विकेट ही चटका सके।बुकानन ने ‘द डेली टेलीग्राफ’ से कहा कि ऑस्ट्रेलिया में गेंदबाजी किसी भी स्पिनर के लिए आसान नहीं होती क्योंकि टेस्ट मैच के पाँच में से चार दिन विकेट काफी अच्छा रहता है। उन्होंने कहा कि मुरली के प्रदर्शन में ऑस्ट्रेलियाई अंपायरों और दर्शकों के साथ उनकी तनातनी ने अहम भूमिका निभाई। इसका नतीजा यह हुआ कि वे ऑस्ट्रेलिया का दौरा करते हुए संभवत: कभी पूरी तरह सहज महसूस नहीं करते थे।ऑस्ट्रेलिया के इस पूर्व कोच ने हालाँकि कहा कि मुरलीधरन ने जो सफलताएँ हासिल की वे उसके हकदार थे। (भाषा)