पाक के लिए वरदान से कम नहीं है यह जीत
पाकिस्तान के पूर्व खिलाड़ियों ने ट्वेंटी-20 विश्व कप में टीम की खिताबी जीत को वरदान बताते हुए कहा कि यह उन देशों के लिए सबक है जो पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से अलग-थलग करने की कोशिश में जुटे हैं।पूर्व कप्तान रमीज राजा ने कहा कि मैं इसकी तुलना 1992 विश्व कप में मिली जीत से नहीं कर सकता, क्योंकि ये दोनों अलग-अलग प्रारूप हैं लेकिन मैं यह जरूर कहूँगा कि समय और मौजूदा हालात के लिहाज से यह अधिक अहम जीत है।उन्होंने कहा कि यह जीत उन लोगों को अच्छा जवाब है जिन्होंने सोचा था कि पाकिस्तान क्रिकेट सुरक्षा कारणों से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से अलग-थलग होकर खत्म हो जाएगा। राजा ने कहा कि सुरक्षा मसलों के बावजूद पाकिस्तान में क्रिकेट कभी खत्म नहीं होगा।पूर्व कप्तान और पीसीबी महानिदेशक जावेद मियाँदाद का मानना है कि यह जीत इसलिए अहम है, क्योंकि ऐसे समय में मिली है जब पाकिस्तानी क्रिकेटरों को अधिक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलने का मौका नहीं मिला और देश से विश्व कप के मैचों की मेजबानी भी छीन ली गई है।मियाँदाद ने कहा हमारे खिलाड़ियों ने दिखा दिया कि प्रतिकूल परिस्थितियों में भी कैसे कामयाब हुआ जा सकता है। उन्होंने कहा कठिन दौर में भी हमारे खिलाड़ी एकजुट रहे और पाकिस्तान को बड़ी जीत दिलाई। उन्होंने दिखा दिया कि विपरीत परिस्थितियों के बावजूद विश्व क्रिकेट में पाकिस्तान बड़ी ताकत है। इसका श्रेय यूनुस खान को जाता है। पूर्व कप्तान जहीर अब्बास ने कहा कि पाकिस्तान क्रिकेट टीम ने अपने आलोचकों को गलत साबित कर दिया है। उन्होंने कहा मुझे नहीं लगा था कि यह टीम विश्व कप जीतेगी लेकिन खिलाड़ियों ने सही समय पर बेहतरीन प्रदर्शन किया। गेंदबाजों ने कमाल कर दिया। शाहिद अफरीदी को अपेक्षाओं पर खरे उतरते देखना बहुत अच्छा लगा। पूर्व कप्तान मोईन खान ने कहा कि जीत ऐसे समय में मिली है जब देश को किसी अच्छी खबर की सख्त जरूरत थी। उन्होंने कहा पूरे मुल्क को अपने खिलाड़ियों पर फख्र है जो देश में दिक्कतों के बावजूद विश्व कप जीत सके। खिलाड़ी भी इनसान हैं और हालात से प्रभावित होते हैं, लेकिन उनकी तारीफ करनी होगी कि उन्होंने खिताब पर से नजर नहीं हटने दी।मोईन का मानना है कि इस जीत से पाकिस्तान को विश्व कप मैचों की मेजबानी फिर हासिल करने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा पाकिस्तानी खिलाड़ियों ने दिखा दिया कि आईपीएल खेले बिना भी वे जीत सकते हैं। भारतीय क्रिकेट बोर्ड बहुत प्रभावशाली है और वह पाकिस्तान क्रिकेट को अलग-थलग करने की कोशिशों में जुटा है।पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज रशीद लतीफ ने यूनुस खान की कप्तानी की तारीफ की। उन्होंने कहा यूनुस की तारीफ करनी होगी जिन्होंने कुछ खिलाड़ियों के खराब फॉर्म के बावजूद उसी टीम पर भरोसा रखा। यह साबित करता है कि उन्हें अपने खिलाड़ियों पर कितना यकीन है।पूर्व कप्तान और पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के निदेशकों में शुमार आमिर सोहेल का मानना है कि हिंसाग्रस्त देश के लिए यह जीत संजीवनी की तरह है।