धोनी को युवी-गंभीर के शतक का था इंतजार
भारतीय कप्तान महेंद्रसिंह धोनी ने खुलासा किया कि पारी की घोषणा देर से करने का फैसला टीम ने इसलिए लिया ताकि युवराजसिंह और गौतम गंभीर अपना शतक पूरा कर सके जो दुर्भाग्यवश वे नहीं कर पाए।धोनी ने कहा कल कोहरे की स्थिति के बारे में पता नहीं था, लिहाजा कोई कयास भी नहीं लगाया जा सकता था, लेकिन हम कुछ विकेट गँवा देते तो आज बैकफुट पर आ जाते। हमने आज अच्छी शुरुआत की लेकिन गंभीर और युवराज को शतक जमाने का मौका देना टीम का फैसला था। धोनी ने श्रृंखला 1-0 से जीतने का श्रेय अपने गेंदबाजों को देते हुए कहा जीत का श्रेय गेंदबाजों खासकर तेज गेंदबाजों को जाता है। उन्होंने जरूरत के समय विकेट लिए। उन्होंने बल्लेबाजों के योगदान को भी रेखांकित करते हुए कहा कि दोनों मैचों में नाजुक मौकों पर अच्छी साझेदारियाँ बनी। हर बल्लेबाज ने अपने काम को बखूबी अंजाम दिया। अच्छी साझेदारियाँ हुई। जब भी हमारा कोई विकेट गिरा तो किसी और ने मोर्चा संभाल लिया। पहले मैच में वीरेंद्र सहवाग और सचिन तेंडुलकर ने यह काम किया तो दूसरे में गंभीर और युवराज ने।धोनी ने यह भी कहा कि मौसम के कारण मैच में काफी समय बरबाद हुआ, जिससे टीम के हाथ से जीत का मौका निकल गया। हमने मैच में 80-90 ओवर गँवाए। तीसरा दिन बल्लेबाजी के लिए अच्छा था, लेकिन स्पिनरों को कोई मदद नहीं मिली। इंग्लैंड के कप्तान केविन पीटरसन ने कहा कि उनकी टीम के लिए यह श्रृंखला अच्छा सबक रही और उन्होंने इससे बहुत कुछ सीखा। उन्होंने कहा मुझे अपने खिलाड़ियों पर गर्व है। उन्होंने बहुत अच्छा प्रदर्शन किया। '
मैन ऑफ द मैच' गंभीर ने कहा मैं चाहता था कि हम 2-0 से जीतें, लेकिन यह संभव नहीं हो सका। उन्होंने यह भी कहा कि इस साल की शुरूआत में आस्ट्रेलिया दौरे का उन्हें फायदा मिला। यही कारण है कि वे टेस्ट मैच में अच्छी पारी खेलने में सफल रहे।