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Written By भाषा
Last Modified: कोलकाता (वार्ता) , रविवार, 3 जून 2007 (01:49 IST)

टीम इंडिया का अनुकूलन शिविर शुरू

बांग्लादेश दौरा भारत क्रिकेट शिविर
बांग्लादेश दौरे से पहले भारतीय क्रिकेट टीम की कसरत शुरु हो गई है। पाँच दिवसीय अनुकूलन शिविर की शुरुआत यहाँ ईडन गार्डन्स पर हुई। पहले दिन खिलाड़ियों ने 75 मिनट तक क्षेत्ररक्षण और फिटनेस अभ्यास किया।

टीम ने करीब आधे घंटे जॉगिंग और कसरत की। खिलाड़ियों पर टीम इंडिया के विश्व कप के पहले ही दौर में हारकर टूर्नामेंट से बाहर होने का गम दिखाई नहीं दे रहा था और वे तरोताजा लग रहे थे।

गेंदबाजी कोच वेंकटेश प्रसाद और क्षेत्ररक्षण कोच रॉबिनसिंह ने खिला़ड़ियों का नेतृत्व किया और उन्हें कैच पकड़ने और मैदानी क्षेत्ररक्षण का अभ्यास करवाया।शिविर सबसे ज्यादा जोर फिटनेस और फील्डिंग पर रहेगा।

भारतीय टीम विश्व कप के अपने निराशाजनक प्रदर्शन को पीछे छोड़ने के लिए कटिबद्ध है। जानकार मानते हैं कि टीम भले ही इतनी प्रतिभाशाली नहीं थी कि वह विश्व कप स्वदेश ला सके, लेकिन वह इतनी कमजोर भी नहीं थी कि उसे पहले ही दौर में प्रतियोगिता से बाहर होना पड़ता।

लेकिन ऐसा हुआ और यही कारण है कि उसके बाद टीम में सुधार के लिए रवि शास्त्री को मैनेजर, वेंकटेश प्रसाद को गेंदबाजी कोच और रॉबिन सिंह को फील्डिंग कोच नियुक्त किया गया।

शिविर प्रतिदिन दो सत्रों में आयोजित किया जा रहा है और यह विश्व कप में शर्मनाक प्रदर्शन के बाद कप्तान राहुल द्रविड़ को यह पहला काम दिया गया है। विश्व कप में बेहद खराब प्रदर्शन के बाद देश भर में आलोचनाओं का दौर शुरु हो गया था, जिसके बाद बोर्ड ने टीम में सुधार के लिए कुछ उपाय किए हैं।

प्रत्येक असफल विश्व कप की तरह यह भी कोई अपवाद नहीं था। जिस व्यक्ति को टीम को नई ऊँचाइयों पर पहुँचाने के लिए नियुक्त किया गया था, वह नाकाम रहा। टीम ने स्वदेश में श्रीलंका पर 6-1 से टीम को जबर्दस्त जीत हासिल की थी लेकिन इसी टीम विश्व कप में श्रीलंका के सामने घुटने टेक दिए।

चैपल युग की समाप्ति और रवि शास्त्री को मैनेजर बनाए जाने का मतलब है कि भारत अब नये तरीके से सोचेगा और नयी रणनीतियाँ तैयार करेगा। चैपल का कार्यकाल में प्रयोगों और भविष्य पर जोर था तो नए युग में आशावाद, सकारात्मक सोच और खेल में दिलचस्पी लेने पर जोर होगा।

समझा जाता है कि शास्त्री ने बोर्ड की बैठक के दौरान कहा है कि खिलाड़ियों को सकारात्मक सोच रखनी होगी और खेल को दिलचस्पी के साथ खेलना होगा। टीम के प्रशासनिक मैनेजर सुरेन्द्र भावे ने मंगलवार को संवाददाताओं से कहा था कि शिविर में एक सामान्य फिटनेस सत्र होगा। इसमें कड़े अभ्यास का सत्र नहीं होगा।

जब विश्व कप चल ही रहा था, उसी दौरान बीसीसीआई ने बांग्लादेश के लिए टेस्ट और एकदिवसीय टीम चुनने के लिए बैठक की थी। यह जरूर है कि यह चयन सौरव गांगुली और जॉन राइट के नेतृत्व में पिछली बार बांग्लादेश गई टीम से अलग होगा।

कप्तान राहुल द्रविड़ के दो सबसे मजबूत अनुभवी खिलाड़ियों सचिन तेंडुलकर और सौरव गांगुली को एकदिवसीय टीम के लिए आधिकारिक रूप से विश्राम दिया गया है। हालाँकि पूर्व कप्तान कपिल देव इससे भिन्न विचार रखते हैं।

उनका कहना है कि विभिन्न क्रिकेटरों के लिए नियम अलग-अलग नहीं हो सकते। सभी बराबर हैं। किसी के साथ अलग व्यवहार कैसे किया जा सकता है। मेरे लिए कोई आधा उपाय नहीं है। उन्हें या तो टीम में रखिए या बाहर कर दीजिए। मेरे विचार से उन्हें टीम से बाहर किया गया है।