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Written By वार्ता

जीत की हकदार थी पाकिस्तान की टीम:कुंबले

अनिल कुंबले
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व लेग स्पिनर अनिल कुंबले ने ट्‍वेंटी-20 क्रिकेट विश्वकप जीतने पर पाकिस्तान की टीम की सराहना करते हुए कहा कि इस टीम में प्रतिभाशाली खिलाड़ियों की कमी नहीं है और यह टीम जीत की हकदार थी।

कुंबले ने एक खेल वेबसाइट के लिए लिखे अपने लेख में कहा कि अधिकतर लोगों को पाकिस्तान की इस जीत से आश्चर्य हुआ होगा लेकिन मुझे ऐसा कुछ नहीं लगा। यह टीम पिछले ट्‍वेंटी-20 विश्व कप में भी फाइनल खेली थी लेकिन थोडे़ अंतर से भारत के हाथों हार गई। इस बार भी उनकी शुरुआत कुछ अच्छी नहीं रही लेकिन वे सफलता के भूखे थे। बल्लेबाजी के मामले में पाकिस्तान में भारत और दक्षिण अफ्रीका की तरह बेहद अनुभवी खिलाड़ी हैं।

कुंबले ने श्रीलंका के खिलाफ फाइनल मैच में तीन अहम विकेट झटकने वाले धुरंधर तेज गेंदबाज अब्दुल रज्जाक की प्रशंसा करते हुए कहा कि बागी इंडियन क्रिकेट लीग (आईसीएल) से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में उनकी वापसी से पाकिस्तान टीम को काफी फायदा हुआ है।

उन्होंने कहा कि रज्जाक की वापसी से कप्तान यूनिस खान को टीम की गेंदबाजी में संतुलन बिठाने में सहूलियत हुई और उन्होंने उमर गुल को पारी के दूसरे हाफ में गेंदबाजी के आक्रमण पर लगाया।

38 वर्षीय कुंबले ने पाकिस्तानी टीम के स्पिनरों की भी जमकर तारीफ की है। उन्होंने कहा कि सईद अजमल का 'दूसरा' खेलना काफी मुश्किल था और शाहिद अफरीदी ने बेहद शानदार गेंदबाजी की। इसके अलावा फाइनल मैच के शुरुआती ओवर में दिलशान को आउट करने वाले तेज गेंदबाज मोहम्मद आमिर ने भी टूर्नामेंट के शुरु से ही शानदार खेल का प्रदर्शन किया।

पिछले एक वर्षों में एक भी टेस्ट मैच नहीं खेलने और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से दूर रहने की वजह से पाकिस्तान की टीम को टवेंटी-20 विश्व कप टूर्नामेंट शुरु होने से पहले ज्यादा भाव नहीं दिया जा रहा था लेकिन कुंबले के मुताबिक पाकिस्तान और श्रीलंका फाइनल में पहुँचने की हकदार टीमें थीं।

उन्होंने कहा कि असल में इन दोनों टीमों की गेंदबाजी बहुत ही मजबूत थी और इस वजह से ही ये टीमें फाइनल में पहुँची। बल्लेबाज आपको अधिक से अधिक मैचों में जीत दिला सकते हैं लेकिन गेंदबाज कभी भी किसी मैच का रुख बदल सकते हैं। गेंदबाज रक्षात्मक खेलने के बजाय विकेट झटकने पर ध्यान देते हैं और यह ट्‍वेंटी-20 क्रिकेट में ज्यादा मायने रखता है।

खिताबी मुकाबले में पाकिस्तान के शानदार प्रदर्शन पर कुंबले ने कहा कि इस टूर्नामेंट में सबसे अधिक रन बनाने वाले तिलकरत्ने दिलशान उस दिन यदि चल जाते तो अलग ही कहानी होती। पारी के शुरु में ही उनका विकेट गिरने के बाद श्रीलंका की टीम पर फाइनल मैच का दबाव पड़ गया और यह टीम उलझ गयी।

उन्होंने कहा कि कुमार संगकारा ने उभरते तेज गेंदबाज एंजेलो मैथ्यूज की मदद से कप्तानी भरी पारी खेली और टीम को सम्मानजनक स्कोर तक पहुँचाया। एक वक्त जब पाकिस्तान बिना कोई विकेट खोए ही 50 रन के नजदीक पहुँच गया तो विपक्षी टीम के सामने बड़ी मुश्किल की स्थिति पैदा हो गई।

इसके बाद शाहिद अफरीदी ने शोएब मलिक के साथ बेहतरीन खेल का मुजायरा किया। पाकिस्तान की टीम के लिए सभी चीजें सही वक्त पर सामने आई और उन्होंने खिताब पर कब्जा कर लिया।