चुनाव जीतकर ही अध्यक्ष बनूँगा-सिंधिया
उषा राजे का नया नाम होल्कर स्टेडियम
काफी उठापटक के बाद अखिरकार मध्यप्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन के बहुप्रतीक्षित चुनाव होने जा रहे हैं। वर्तमान अध्यक्ष ज्योतिरादित्य ने ऐलान कर दिया है कि वे अब चुनाव जीतकर ही अध्यक्ष का 'ताज' पहनेंगे। इसी बीच चुनाव की प्रक्रिया प्रारंभ हो चुकी है और शाम को 5.30 से 7.30 तक होने वाले मतदान के बाद ही तय होगा कि इस बार फिर से सिंधिया की ताजपोशी होती है या फिर मप्र शासन के मंत्री कैलाश विजयवर्गीय का दांव चलता है।सिंधिया गुट ने चुनाव के ऐन मौके पर सचिव पर संजय जगदाले के स्थान पर नरेन्द्र मेनन को खड़ा कर दिया है। जगदाले पिछले 8 सालों से एमपीसीए के सचिव पद पर रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि मध्यप्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन के इतिहास में अब तक कभी चुनाव नहीं हुए हैं और हर बार अध्यक्ष की सहमति से ही पदादिकारी मनोनीत किए जाते रहे हैं लेकिन इस बार संभागीय क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष कैलाश विजयवर्गीय की सक्रियता से यह परंपरा टूट गई।दोपहर तक यह खबरें आती रहीं कि चुनाव नहीं होंगे लेकिन बाद में सिंधिया ने कहा कि मैंने आपसी सहमति के बहुत प्रयास किए लेकिन अब मैं ऐलान करता हूँ कि चुनाव जीतकर ही अध्यक्ष बनूंगा। सतीश मल्होत्रा ने सिंधिया से आग्रह किया कि चुनाव न कराए जाएँ लेकिन उनके आग्रह को भी सिंधिया ने टाल दिया। उनका कहना था कि यह मामला अब प्रतिष्ठा का बन गया है।रविवार की सुबह से उषा राजे स्टेडियम पर गहमागहमी का माहौल है और हरेक की जुबाँ पर यही सवाल था कि क्या चुनाव होंगे या कोई समझौता हो जाएगा।
उषा राजे अब होल्कर स्टेडियम : इससे पूर्व मध्यप्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन की वार्षिक साधारण सभा में इस बात पर सर्वसम्मति बन गई है कि उषा राजे मैदान पर बने अंतरराष्ट्रीय स्तर के स्टेडियम को भविष्य में 'होल्कर स्टेडियम' के नाम से जाना जाएगा।उक्त बैठक में तीन प्रस्ताव को मंजूरी दे दी गई है। दो प्रस्ताव विजयवर्गीय गुट की तरफ से आए थे, जबकि एक प्रस्ताव सिंधिया गुट की तरफ से पेश किया गया। इन प्रस्ताव में पहला था उषा राजे स्टेडियम का नामकरण 'होल्कर स्टेडियम' किया जाए। इंदौर और ग्वालियर संभागीय क्रिकेट एसोसिएशन को खुद के आधारभूत ढाँचे के लिए 25-25 एकड़ जमीन दी जाए। तीसरे प्रस्ताव में होल्कर स्टेडियम के भीतर पैवेलियन और गैलरी के बॉक्स पुराने क्रिकेटरों के नाम पर रखें जाएँ। इसके लिए सूर्यप्रकाश चतुर्वेदी की अध्यक्षता में एक समिति भी बनाई गई है।बहरहाल, एमपीसीए के चुनाव में सिंधिया और विजयवर्गीय दोनों की प्रतिष्ठा दाँव पर हैं लेकिन उससे भी बड़ा दाँव लगा है क्रिकेट की प्रतिष्ठा पर। देखना है इस सारी कवायद में क्रिकेट जीत पाता है?सिंधिया गुट - चेयरमैन डॉ. एमके भार्गव, ज्योतिरादित्य सिंधिया, उपाध्यक्ष विजय नायडू, भगवानदास सुथार, श्रवण गुप्ता, सचिव नरेन्द्र मेनन, संयुक्त सचिव नरेंद्र दुआ, अल्पेश शाह, कोषाध्यक्ष वासु गंगवानी।मैनेजिंग कमेटी : व्यक्तिगत - गुलरेज अली, भोलू मेहता, मिलिंद कनमड़ीकर। संस्थागत/क्लब : सीसीआई, वायएमसीए और सिंधिया स्कूल ग्वालियर गुट विजयवर्गीय : चेयरमैन अशोक जगदाले, अध्यक्ष कैलाश विजयवर्गीय, उपाध्यक्ष रमेश भाटिया, विजय बड़जात्या, सचिव अमिताभ विजयवर्गीय, संयुक्त सचिव अमरदीप पठानिया, संजय लुणावत, कोषाध्यक्ष चंद्रशेखर भाटी।मैनेजिंग कमेटी : व्यक्तिगत - डॉ. अपूर्व वोरा, मानवेंद्रसिंह बायस और जीडी मोहता। संस्थागत/क्लब : अपेक्स क्लब, देअविवि इंदौर, वैष्णव स्कूल इंदौर, जहाँगीराबाद जबलपुर। (वेबदुनिया न्यूज)