घरेलू ढांचा दुरुस्त करे पीसीबी : जलालुद्दीन
पूर्व तेज गेंदबाज जलालुद्दीन ने कहा है कि पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) को विदेशी टीमों को अपने यहां खेलने के लिए मनाने के बजाए घरेलू स्तर पर सुधार करना चाहिए।वनडे इतिहास में पहली हैट्रिक लेने का तमगा पाने वाले जलालुद्दीन ने यहां कहा घरेलू स्तर पर क्रिकेट में सुधार लाने का यह समय सबसे अच्छा है। यह परिवर्तन के लिहाज से अच्छा समय है क्योंकि पाकिस्तान को विदेशी टीमों की मेजबानी से छुट्टी मिली हुई है और पीसीबी के अधिकारी चैन से निर्णय ले सकते हैं। उन्होंने कहा पहले के सभी बदलाव जल्दबाजी में किए गए थे इसलिए उनकी खूबियों और खामियों पर सही तरीके से विचार नहीं हो पाया था। यही वजह है कि हम इतने वर्षों के बाद भी देश में अभी तक क्रिकेट का कोई मजबूत ढांचा तैयार नहीं कर पाए हैं।जलालुद्दीन ने कहा घरेलू क्रिकेट की खराब हालत की वजह से कई बार पाकिस्तानी खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में शर्मिंदगी का सामना करना पड़ता है क्योंकि स्तर का अंतर वहां साफ झलकता है। पीसीबी ने घरेलू क्रिकेट को बढ़ावा देने और बुनियादी ढांचे में सुधार करने की कवायद के तहत खेल विकास विभाग के निदेशक इंतिखाब आलम की अगुवाई में एक टास्क फोर्स का गठन किया था।इस टास्क फोर्स ने विभागीय एवं क्षेत्रीय टीमों की संख्या में वृद्धि करने की सिफारिश की थी लेकिन रिपोर्ट जमा करने के तीन महीने बाद भी पीसीबी अध्यक्ष जका अशरफ ने इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया। हालांकि जलालुद्दीन का कहना है कि टास्क फोर्स की इन सिफारिशों से स्थिति में कोई सुधर नहीं होगा क्योंकि घरेलू स्तर पर अच्छे खिलाड़ियों की भारी कमी है। सुधार लाने के लिए पीसीबी को राष्ट्रीय टीम के बस 16 खिलाड़ियों को ही नहीं देखना होगा बल्कि उसे 200 खिलाड़ियों की देखरेख करनी होगी।टास्क फोर्स के एक सदस्य जहीर अब्बास ने भी जलालुद्दीन की हां में हां मिलाते हुए कहा कि अब घरेलू क्रिकेट पर ध्यान देना का बेहतर मौका भी है और समय भी है। उन्होंने कहा बांग्लादेश की टीम का पाकिस्तान दौरे पर आने का कार्यक्रम रद्द होना निराशाजनक तो हे लेकिन बोर्ड इस समय का फायदा उठाते हुए घरेलू क्रिकेट पर ध्यान देना चाहिए। (वार्ता)