Last Modified: कोलंबो (एएफपी) ,
रविवार, 3 जून 2007 (02:22 IST)
गिलक्रिस्ट के बयान पर विवाद
विश्व कप उपविजेता श्रीलंका का मानना है कि क्रिकेट महाकुंभ के फाइनल में ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज एडम गिलक्रिस्ट का दस्ताने में स्क्वॉश की गेंद का इस्तेमाल करना अनैतिक था।
श्रीलंका इस मामले को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) में उठा सकता है। अधिकारियों ने आज यह जानकारी दी।
विश्व कप के फाइनल में 149 रन की पारी खेलकर ऑस्ट्रेलिया को चौथा विश्व कप खिताब जिताने में अहम भूमिका निभाने वाले गिलक्रिस्ट ने कहा था कि उन्होंने बेहतर ग्रिप के लिए अपने एक दस्ताने में स्क्वाश की गेंद लगाई थी।
उन्होंने कहा अभ्यास के दौरान बेहतर ग्रिप के लिए मैंने अपने एक हाथ के दस्ताने में स्क्वॉश की गेंद डाली हुई थी और मैंने विश्व कप के मैच में भी इसे आजमाने का फैसला किया। इस खुलासे के बाद श्रीलंका में विवाद हो गया है।
श्रीलंका क्रिकेट के सचिव कंगादरन माथीवानन ने कहा कि वह इस मामले को आईसीसी की सालाना आम बैठक में उठा सकता है। माथीवानन ने कहा हमारा मानना है कि अपने फायदे के लिए गिलक्रिस्ट का स्क्वॉश गेंद का इस्तेमाल करना अनैतिक है।
उन्होंने कहा कि श्रीलंका आईसीसी की क्रिकेट समिति को नियम 42 को कड़ाई से लागू करने के लिए कहेगा, जो उचित और अनुचित खेल से संबंधित है। यह नियम सुनिश्चित करता है कि केवल उन्हीं सुरक्षा साधनों का उपयोग किया जाए, जिन्हें आईसीसी से मंजूरी प्राप्त है।
माथीवानन ने कहा कि श्रीलंका क्रिकेट विचार-विमर्श के बाद निर्णय करेगा कि इस मुद्दे को लंदन में उठाया जाए या नहीं। श्रीलंका के अखबारों ने नाराज प्रशंसकों के पत्र छापे थे, जिन्होंने ऑस्ट्रेलियाई टीम पर मैच जीतने के लिए अनुचित रवैया अपनाने का आरोप लगाया था।
'द आइलैंड' ने कहा अधिकतर श्रीलंकाई प्रशंसक सवाल उठा रहे हैं कि क्या स्क्वॉश की गेंद को प्रदर्शन में सुधार करने वाले साधन के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है। प्रशंसकों को कहना है कि गेंद की वजह से गिलक्रिस्ट श्रीलंकाई गेंदबाजों पर हावी होने में कामयाब रहे।